तेरहवी भोज और पूजा कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले कई लोग कोरोना संक्रमण की जद में आए….एक दर्जन लोगों को जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों से मुरैना के आइसोलेशन रूम में रखा गया
मुरैना / मध्य प्रदेश के मुरैना में एकाएक कोरोना का संक्रमण फैलने से प्रशासन के माथे पर बल पड़ गया है। दरअसल एक खास इलाके में तेरहवी भोज और पूजा कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले कई लोग कोरोना संक्रमण की जद में आ गए है। संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने पूरा इलाका लॉक डाउन कर दिया है ।मुरैना जिला अब इंदौर के बाद प्रदेश का दूसरा कोरोना वायरस हाट स्पॉट बनकर उभरा है। दरअसल, मुरैना में शुक्रवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के 10 और मरीज पाए गए हैं। जिले से भेजे गए 23 सैंपल्स में से 10 मरीजों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, कुल मिलाकर जिले में अभी तक 12 लोग कोरोना के शिकार हो गए हैं।
दरअसल, 17 मार्च को दुबई से भारत आए एक युवक की जांच 31 मार्च को की गई। युवक और उसकी पत्नी की रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव निकली। युवक के संपर्क में आए 10 और लोगों की रिपोर्ट अब पॉजिटिव आई है। जानकारी के मुताबिक ये सभी एक तेरहवीं भोज में शामिल हुए थे। इतना ही नहीं, इस भोज में 1500 और भी लोग शामिल हुए थे। यह जानकर प्रशासन की नींद उडी हुई है।
इस घटना के सामने आने के बाद संबंधित लोगों की जांच के तहत एक दर्जन लोगों को जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों से मुरैना के आइसोलेशन रूम में रखा गया है। इसके अलावा प्रशासन द्वारा इन लोगों के सैकड़ों घरों को सैनिटाइज कराने के बाद ऐसे लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है। उम्मीद है कि और भी कई लोग पॉजिटिव आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि युवक दुबई के होटल में काम करता है। वो 17 मार्च को मुरैना वापस आया था। इसके बाद उसने 20 मार्च को अपनी मां की तेरहवीं रखी, जिसमें लगभग 1500 लोगों ने खाना खाया और यहीं से संक्रमण लोगों में फैल गया।
मुरैना जिला प्रशासन ने 20 मार्च को आयोजित भोज में शामिल हुए 800 से अधिक परिवारों को पहचानने और उन्हें अलग करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिला सीएमएचओ ने बताया कि दुबई में वेटर के रूप में काम करने वाला एक युवक 17 मार्च को अपनी मां की मृत्यु के बाद मुरैना में अपने परिवार के पास लौटा है। सीएमएचओ ने कहा कि 20 मार्च को युवक ने अपनी मां के निधन के 13 वें दिन भोज किया है। उसी भोज में ये सब लोग शामिल हुए थे। फ़िलहाल कई लोगों को अस्पताल का चक्कर काटना पड़ रहा है।