विधानसभा में विपक्ष के सवालों से मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह को घेर दिया………..“आदिवासी ज़िलों के बच्चों को सुपोषित करने की बात कहकर सरकार ने अंडा वितरित करने की दलील दी थी,फिर इन आदिवासी ज़िलों में अंडा कैसे नहीं पहुँचा?”
रायपुर,29 नवंबर 2019। मध्यान्ह भोजन में अंडा दिए जाने के मसले को लेकर सूबे की सियासत सरगर्म थी।राज्य सरकार ने इसे कुपोषण के ख़िलाफ़ अहम कदम बताया था और विपक्ष की आपत्तियों के बाद सरकार ने कहा कि, जिन्हे अंडा नहीं खाना होगा उन्हें सोया दिया जाएगा।
विधानसभा में सरकार ने अब यह जानकारी दी है “राज्य के 12 ज़िलों जिनमें 6 ट्रायबल ज़िले में शामिल है, वहाँ मध्यान्ह भोजन के मीनू से अंडा नहीं दिया जा रहा है”
याने कि मीनू से अंडा ग़ायब है, ग़ायब से आशय ग़ायब ही है..याने यहाँ अंडा मीनू में है ही नहीं। इस जानकारी के सामने आते ही विपक्ष ने सवालों से मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह को घेर दिया।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा।
“आदिवासी ज़िलों के बच्चों को सुपोषित करने की बात कहकर सरकार ने अंडा वितरित करने की दलील दी थी,फिर इन आदिवासी ज़िलों में अंडा कैसे नहीं पहुँचा”