शुक्रवार का दिन पूरी तरह से हाई प्रोफाइल बैठकों का दिन ………नगरीय निकाय चुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद छत्तीसगढ़ में सियासत अब उफान पर
29 नवंबर 2019। नगरीय निकाय चुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद छत्तीसगढ़ में सियासत अब उफान पर आ गई है। प्रदेश में भाजपा जहां बैठकों का दौर शुरू कर चुकी है, वहीं कांग्रेस सरकार धान खरीदी
सहित कई अहम मसलों पर आने वाली प्लानिंग को लेकर मीटिंग का सिलसिला शुरू कर चुके हैं।
शुक्रवार का दिन पूरी तरह से हाई प्रोफाइल बैठकों का दिन होने वाला है। जहां कांग्रेस राजीव भवन और सर्किट हाउस में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ सलाह मशविरा करेगी। वहीं भारतीय जनता पार्टी कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में बैठकर आने वाले दिनों की रणनीतियों पर व्यापक मंथन करने वाली है।
बता दें कि जहाँ भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रभारी व राज्य सभा सांसद डॉ. अनिल जैन कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में प्रदेश स्तरीय कार्यकर्र्ताओं की बैठक लेंगे। और बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, महामंत्री संगठन पवन साय शामिल होंगे। वहीं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया एवं प्रभारी सचिव चंदन यादव 29 नवंबर 2019 शुक्रवार को शाम 7.15 बजे इंडिगो की नियमित विमान सेवा द्वारा नई दिल्ली से रायपुर पहुचेंगे एवं सर्किट हाउस पहुंचकर वरिष्ठ कांग्रेसजनो से भेंट करेंगे।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया एवं प्रभारी सचिव चंदन यादव 30 नवंबर 2019 शनिवार को सुबह 11 बजे राजीव भवन रायपुर में प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी, जिला एवं शहर अध्यक्ष, जिला प्रभारी पदाधिकारियो एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की बैठक, दोपहर 1 बजे मोर्चा संगठन के प्रदेश अध्यक्षों की बैठक, शाम 5 बजे कंट्रोल रूम सदस्यों की बैठक और रात्रि 7 बजे कांग्रेस विधायकों की बैठक लेंगे।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया एवं प्रभारी सचिव चंदन यादव 01 दिसंबर 2019 रविवार को सुबह 10.50 बजे इंडिगो की नियमित विमान सेवा द्वारा रायपुर से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
इन दोनों ही बैठकों में भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेता अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं से भेंट मुलाकात करेंगे और आने वाले दिनों की रणनीतियों पर व्यापक मंथन करेंगे। आज की बैठकों के बाद दोनों ही पार्टियों की आगामी रणनीति पर बड़ा फैसला होने वाला है।