मुख्यमंत्री से दुग्ध संघ अध्यक्ष रसिक परमार के भ्रष्टाचार की जांच की मांग कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने की
रायपुर/16 अक्टूबर 2019। दुग्ध संघ के अध्यक्ष रसिक परकार के कार्यकाल के दौरान अरबों रुपये के घोटाले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शिकायत की है, सीएम से की गई शिकायत पर सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि रसिक परमार के कार्यकाल में इतने घोटाले हुए है कि जांच के बाद जेल जाना तय है। कांग्रेस ने प्रदेश की जनता से चुनाव के पहले वादा किया था की घोटालेबाजों की जगह जेल है और रसिक परमार के जेल जाने तक कांग्रेस शांत नहीं बैठेगी
सुशील आनंद शुक्ला ने सीएम भूपेश बघेल को दिये गये शिकायत पत्र में रसिक परमार पर 6 अलग अलग मामलों में अरबों रुपये की घोटाले का आरोप लगाया है 6 बिंदुओं के शिकायत पत्र में कैन खरीदी में धांधली, नियम विरुद्ध विदेश यात्रा, अमूल और वचन कंपनी से सांठगांठ कर देवभोग के दूध की सस्ते दामों बिक्री, विधानसभा चुनाव के पहले नियम विरुद्ध चुनाव कराकर अध्यक्ष के पद पर काबिज होना, देवभोग के प्लांट चरौदा में होने के बावजूद उसका बैंक खाता गुढ़ियारी में खुलवाने समेत अपने निकट के लोगों को अनुचित लाभ पहुंचाकर शासन के राजस्व को नुकसान पहुंचाना शामिल है
कैन खरीदी घोटाला
सुशील आनंद शुक्ला ने शिकायत पत्र में रसिक परमार के कार्यकाल के दौरान 40 करोड़ रुपये के केन पेपर में खरीदी का आरोप लगाया है जिसमें ये कहा गया है कि पीएमओ से शिकायत की गई थी 40 करोड़ की केन कागजों में खरीदी गई और बिल लगा दिये गये। जिसपर पीएमओ के पत्र के बाद सीएस के निर्देश पर के के तिवारी ने सीएस को जांच रिपोर्ट सौंपी जिसमें घोटाले की बात कही गई थी लेकिन रसिक परमार ने रसूख के चलते जांच के बाद कार्रवाई नहीं होने दी
शिकायत नंबर दो
रसिक परमार के अध्यक्ष रहते हुए देवभोग के दूध को निजी कंपनी अमूल और वचन को लाभ पहुंचाने उत्पादन लागत से कम में दिया जा रहा है जिससे दुग्ध संघ को करोड़ो रुपये का नुकसान हुआ है.
रसिक परमार के अध्यक्ष रहते हुए अपात्र लोगों को मलेशिया, जर्मनी, चीन के दौरे पर भेजा गया जिसकी भी जांच में पाया गया की अपात्र लोगों के विदेश दौरे से लाखों रुपये का दुग्ध संघ को नुकसान हुआ
शिकायत नंबर 4 रसिक परमार ने विधानसभा चुनाव के ठीक पहले नियम विरुद्ध महज 27 लोगों की आमसभा बुलाकर खुद का चुनाव करवाया
शिकायत नंबर 5 देवभोग का मुख्यालय चरौदा में होने के बाद भी वहां के बैंक में खाता ना खुलवा कर अपने निवास के पास कांप्लेक्स में खुलवाया गया कांप्लेक्स को रसिक परमार या उनसे जुड़े व्यक्ति का बताया जा रहा है
शिकायत नंबर 6 में दुग्ध विक्र में 20 प्रतिशत की विक्रय वृद्धि बढ़ाने नजदीकी लोगों की कंपनी को अनुबंध कर लाभ पहुंचाया गया