मोदी भाजपा नही चाहते किसानों के धान की खरीदी 2500 रू. क्विं. के दाम पर हो-कांग्रेस
टोकन वितरण पर अफरा-तफरी का आरोप लगा रहे भाजपा पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
- बीते वर्ष भाजपा कार्यकर्ता ने सड़क पर धान फेंक कर धान नहीं खरीदने का किया था प्रोपोगंडा जिसका हुआ था भंडाफोड़
- धान खरीदी केंद्रों में व्यवधान उत्पन्न करने वाले किसान विरोधी आरएसएस भाजपा से जुड़े लोगों पर नजर रखेगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की त्रिस्तरीय कमेटी
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के किसान हितैषी कार्यों से मोदी भाजपा में मची है अफरा-तफरी
रायपुर/28 नवंबर 2020। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार जब से किसानों को धान की कीमत 2500 रू. प्रति क्विंटल दे रहे है। उस दिन से मोदी भाजपा में अफरा-तफरी मची है। देशभर में मोदी सरकार की किसानों से वादाखिलाफी एवं किसान विरोधी नीतियों के कारण भाजपा की छिछेलेदर हो रही है। अब देश के किसान मोदी सरकार से सवाल पूछ रहे हैं जब छत्तीसगढ़ की सरकार अपने संसाधनों से अपने बलबूते पर छत्तीसगढ़ के किसानों को धान की कीमत 2500 रू. प्रति क्विंटल एवं मक्का व गन्ना उत्पादक किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रू. अतिरिक्त दे सकती है। फिर देश की सरकार किसानों से किये वादा को पूरा क्यों नहीं कर रही है? किसानों को वादानुसार स्वामीनाथन कमेटी के सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य सस्ते दरों पर रसायनिक खाद एवं सस्ते दरों पर डीजल क्यो नही दिया जा रहा? जिसका अब तक किसान इंतजार कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी भाजपा की सरकार किसानों का आय दोगुना करने का नारा बस लगाती लेकिन वास्तविक में किसानों का नही बल्कि चंद पूँजीपतियो का भला करने नीतियां बनाती है। मोदी सरकार ने तो छत्तीसगढ़ के किसानों को धान की कीमत 2500 रू. प्रति क्विंटल देने पर ही रोक लगा दिये, किसानों को एक मुश्त 2500 रू. देने पर सेंट्रल पूल में चांवल नही लेने की चेतावनी दिए। ये मोदी भाजपा का किसान विरोधी चरित्र है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के नेता लगातार छत्तीसगढ़ में किसानों के धान खरीदी पर बाधा उत्पन्न करने षड्यंत्र कर रहे है। बीते वर्ष भी धान खरीदी के दौरान भाजपा के कार्यकर्ता ने सड़कों पर धान फेंककर धान खरीदी में अनियमितता का प्रोपोगंडा रचा था जिसका भांडा फोड़ धमतरी के किसानों ने ही किया था। ठीक उसी तरह ऐसा लग रहा है कि टोकन वितरण के पहले दिन से ही भाजपा आरएसएस से जुड़े लोग जबरदस्ती वितरण केंद्रों में भीड़ बढ़ाकर टोकन वितरण में बाधा पैदा कर रहे है। कांग्रेस के कार्यकर्ता आरएसएस और भाजपा की किसान विरोधी मानसिकता को भाप चुके है, अब धान खरीदी केंद्रों में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की त्रिस्तरीय कमेटी निगरानी रखेगी। और किसानों के धान बेचने में अवरोध लगाने का षड्यंत्र करने वालो को करार जवाब देंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार राज्य में 1 दिसम्बर से धान बेचने पंजीकृत 21 लाख 48 हजार से अधिक किसानों से 2500 रू. प्रति क्विंटल की दर पर प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान की खरीदेगी करेगी।