प्रदेश सरकार ने किसानों से किए वादे पर है अडिग: कांग्रेस
जगदलपुर। पूर्व मंत्री एवं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि कांग्रेस सरकार किसानों से किए गए वादे पर अडिग है। छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से धान खरीदी होगी। 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू होने जा रही है। टोकन पहले से दिये जा रहे है। ये टोकन 7 दिन के लिये वेलिड होंगे। यदि कोई किसान अपने टोकन पर धान नहीं बेच पाया तो उसे फिर से टोकन जारी कर दिया जायेगा। इस प्रकार धान खरीदी सुव्यवस्थित रूप में चलेगी। सब का धान खरीदा जायेगा। 2500 रूपये में खरीदा जायेगा।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि भाजपा द्वारा लगातार धान खरीदी में बाधा डालने की कोशिशे की गयीं है और की जा रही है। कभी भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा कहा गया सेन्ट्रल पुल में छत्तीसगढ़ के किसान के धान से बना चावल नही लिया जायेगा।पूर्व मंत्री केदार कश्यप यह बताएं कि इस साल भाजपा की केन्द्र सरकार धान खरीदी के लिये बारदानो की उपलब्धता में बाधा क्यों डाल रही है। बारदाने उपलब्ध न होने पर भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार इन तमाम समस्याओं का मुकाबला करते हुये अपने वादे को पूरा करते हुये किसानो की धान की खरीदी 1 दिसंबर से करने जा रही है। छत्तीसगढ़ में सुव्यवस्थित रूप से धान की खरीदी होगी। धान बिचौलियों, धान दलालों और धान खरीदी में गड़बड़ी कर किसानों को परेशान करने वालों को कोई प्रश्रय नही मिलेगा। प्रदेश के बाहर का धान नही, छत्तीसगढ़ के किसानो का उगाया हुआ धान छत्तीसगढ़ के सोसाइटियों में 2500 रूपये में खरीदा जायेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने धान का दाम 2500 रू. देते हुये पहले साल 80 लाख टन से अधिक और दूसरे साल 83 लाख टन धान की खरीदी की है। भाजपा की 15 साल की सरकार में तो 12 लाख किसानों से ही औसत 50 लाख टन धान ही प्रतिवर्ष खरीदा गया।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन में धान खरीदी में निगरानी हेतु कांग्रेस की त्रिस्तरीय समितियां काम करेगी और जिला, ब्लॉक एवं केन्द्र वार धान खरीदी पर निगरानी रखी जाएगी। धान खरीदी की सुव्यवस्थित तैयारियों से भाजपा की पोल खुल गई है शायद इसलिए वह अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।