क्वारंटाइन सेंटर में प्रशासन की बड़ी लापरवाही के ज़मीन पर सो रहे मजदूर की मौत
मुंगेली। कोरोना की वजह से जारी लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी गरीब मजदूरों को ही उठाना पड़ रहा है। दूसरे राज्यों से पैदल ही घर की ओर पलायन कर रहे है। जहां उन्हें जिलों में क्वारंटाइन सेंटर पर रखा गया है, लेकिन सेंटर में प्रशासन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। क्वारंटाइन सेंटर में जमीन पर सो रहे मजदूर की सांप के काटने की वजह से मौत हो गई है।
पूरा मामला मुंगेली जिले के कोतवाली थाने इलाके के किरना गांव की है. शनिवार को पूणे से लौटने के बाद योगेश वर्मा नाम के मजदूर को किरना पंचायत भवन के क्वारंटाइन सेंटर में ठहराया गया था. जहां सोने के लिए बेड की व्यवस्था नहीं की गई है. जिस कारण बेबस मजदूर जमीन पर ही सोने को मजबूर है.
रविवार तड़के सुबह मजदूर योगेश को जहरीले सांप ने डस लिया. तत्काल आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. वहीं घटना के बाद वहां मौजूद लोगों ने सांप को भी मार डाला है. यदि क्वारंटाइन सेंटर में सोने के लिए बेड की व्यवस्था होती तो शायद उसकी जान बच जाती।
मुंगेली एसडीएम चित्रकान्त चार्ली ठाकुर ने इस घटना को प्राकृतिक करार देते हुए कहा है कि क्वारन्टीन सेंटरों में दोबारा कोई मजदूर बाहर न सोये इसके लिए विशेष रुप से ध्यान देने पंचायत को निर्देशित किया जाएगा. फिलहाल मृतक के परिजन को 10 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि दी गई है. आगे प्रकरण के तहत 4 लाख की मुआवजा राशि शासन द्वारा प्रदान की जाएगी।