गरीबों के राशन वितरण में भी घपलेबाजी कर अनाज ले जा रहे हैं अपने घर
गरीबों के राशन वितरण में भी घपलेबाजी कर अनाज ले जा रहे हैं अपने घर
अम्बिकापुर। राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से वार्ता की। वार्ता में उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार के साथ कांग्रेसी नेताओं पर भी बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के पंचायतों में मनरेगा के तहत जो कार्य चल रहे हैं उसमें कांग्रेसी नेता खुद हाजिरी लगाकर रुपए निकाल ले रहे हैं। राशन वितरण में भी भारी घपले बाजी हो रहा है। कांग्रेसी नेता गरीबों का राशन भी अपने घर ले जा रहे हैं । यही नहीं मनरेगा में जो काम मजदूरों द्वारा कराया जाना था,कांग्रेस के नेता जेसीबी व ट्रैक्टर लगाकर काम करवा रहे हैं।नेताम ने कहा कि इस अन्याय का परिणाम मौजूदा प्रदेश सरकार व कांग्रेस के नेताओं को निश्चित ही भुगतना पड़ेगा।
नेताम ने भारत सरकार के राहत पैकेज को बहुत बड़ा अचीवमेंट बताते हुए कहा कि कोरोना महामारी में 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज केंद्र सरकार की बहुत बड़ी घोषणा है। केंद्र सरकार ने इस संकट काल में आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए इतनी बड़ी राशि का प्रावधान किया है।इस राहत पैकेज का जैसे ही क्रियावन शुरू होगा किसान, व्यापारी, मध्यम वर्गीय व निचले तपके के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। नेताम ने इस दौरान छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने घर को ठीक करने की वजह केंद्र सरकार की आलोचना करने में लगी हुई है।केंद्र सरकार की योजना का ही अच्छे से क्रियावन करते तो आज जो स्थिति छत्तीसगढ़ में बनी है वह ना बनती।छत्तीसगढ़ में बहुत सारे संसाधन हैं,सही तरीके से इसका सदुपयोग होता तो इस हालात का सामना नहीं करना पड़ता।
नेताम ने कहा की केंद्र सरकार के इतने बड़ा राहत विपक्ष के लोगों को रास नहीं आ रहा है।छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार मजदूरों को वापस लाने व क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने की बजाए केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है।आरोप लगाकर छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती।नेताम ने कहा कि लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं का जैसे ही लाभ मिलना शुरू हो जाएगा लोगों में जो भ्रम की स्थिति फैलाई गई है वह खत्म हो जाएगा।नेताम ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ प्रदेश के राहत शिविरों में मजदूरों के आश्रय गृह की बहुत बुरी स्थिति है।यहां पानी, शौचालय नहीं है,रहने के लिए बेड और खाने की भी उचित व्यवस्था नहीं है।
नेताम ने छत्तीसगढ़ सरकार के साथ कांग्रेसी नेताओं पर भी बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के पंचायतों में मनरेगा के तहत जो कार्य चल रहे हैं उसमें कांग्रेसी नेता खुद हाजिरी लगाकर रुपए निकाल ले रहे हैं।राशन वितरण में भी भारी घपले बाजी हो रहा है। कांग्रेसी नेता गरीबों का राशन भी अपने घर ले जा रहे हैं।यही नहीं मनरेगा में जो काम मजदूरों द्वारा कराया जाना था,कांग्रेस के नेता जेसीबी व ट्रैक्टर लगाकर काम करवा रहे हैं।नेताम ने कहा कि इस अन्याय का परिणाम मौजूदा प्रदेश सरकार व कांग्रेस के नेताओं को निश्चित ही भुगतना पड़ेगा।
चिकित्सक व हेल्थ वर्कर के लिए विशेष पैकेज दे राज्य सरकार
नेताम ने वार्ता में कहा कि प्रदेश में शराब खोरी बंद हो व कोरोना के बीच अपनी जान की परवाह ना कर सेवा देने वाले चिकित्सक व हेल्थ वर्कर के लिए राज्य सरकार विशेष पैकेज दे।प्रदेश में शराब की दुकानों पर जो भीड़ दिखाई दे रही है उससे कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता।लॉक डाउन के समय रायपुर की शराब दुकान के सामने गाड़ी लगा कर घर-घर शराब पहुंचाने का काम कांग्रेस के नेताओं ने किया है।1 हजार की शराब चार 4 हजार में बेचा गया है।छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने घोषणा पत्र में भी शराबबंदी को शामिल किया था।उनके नेता राहुल गांधी के सामने छत्तीसगढ़ में शराब बंदी पूर्णता लागू करने की बात कही गई थी।इसके बावजूद छत्तीसगढ़ सरकार शराबबंदी नहीं कर रही है।
केंद्र सरकार से राज्यों को मिल रहा है सहयोग
राज्यों को केंद्र से पैसा नहीं मिलने के कारण कोरोना काल में कैसे मैनेज करेंगे के प्रश्न पर नेताम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को भरपूर सहयोग दिया जा रहा है।मेडिसिन,किट,वेंटिलेटर,राहत पैकेज के अलावा जो भी डिमांड की जा रही है केंद्र सरकार सहयोग कर रही है।राज्य सरकार यह कह कर लोगों के बीच भ्रम की स्थिति फैला रही है।