सुन्दरानी ने बैंकों द्वारा ‘राइट ऑफ’ की एक रूटीन कारवाई पर भाजपा पर सवाल उठाने को मूर्खतापूर्ण और अमानवीय कहा

सुन्दरानी ने बैंकों द्वारा ‘राइट ऑफ’ की एक रूटीन कारवाई पर भाजपा पर सवाल उठाने को मूर्खतापूर्ण और अमानवीय कहा

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता, पूर्व विधायक श्रीचन्द सुन्दरानी ने बैंकों द्वारा ‘राइट ऑफ’ की एक रूटीन कारवाई पर भाजपा पर सवाल उठाने को मूर्खतापूर्ण और अमानवीय कहा है। सुन्दरानी ने कहा कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को सिस्टम से निकाल बाहर करने के बाद अब शायद कांग्रेस में एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं बचा जिसे अर्थशास्त्र की सामान्य सी भी समझ हो या जिसे झूठ पर झूठ गढ़ते रहने से परहेज हो।

उन्होंने कहा कि केवल कोरोना की अपनी विफलता से ध्यान बंटाने कोई पार्टी ऐसी घिनौनी हरकत कर सकता है, यह अकल्पनीय है। बार-बार झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाना, मानहानि का मुकदमा किये जाने पर भीगी बिल्ली बन माफी मांगते रहना, यही कांग्रेस का आज चरित्र हो चुका है।

सुन्दरानी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि एक सामान्य पढ़ा-लिखा व्यक्ति भी ‘राइट ऑफ’ और ‘वेब ऑफ’ का अर्थ समझता है। बार-बार यह स्पष्टीकरण देने के बावजूद कि बट्टे खाते में किसी का क़र्ज़ डालने से वह ज़रा सा भी अपने क़र्ज़ की जिम्मेदारी से मुक्त नहीं होता, बार-बार लगातार कांग्रेस घटिया राजनीति करना छोड़ नहीं रही है।

भाजपा प्रवक्ता सुन्दरानी ने कहा कि कई बैंकों को खा जाने वाले कांग्रेसी, इन्डियन बैंक घोटालेबाज़, प्रतिभूति घोटालेबाज़ से सीधे कांग्रेसी प्रधानमंत्री द्वारा रिश्वत लेने के संगीन आरोप का दाग लेकर घूमने वाले कांग्रेसी, जिस कांग्रेस पर नागरवाला काण्ड जैसे संगीन आरोप लगे हों जिसमें सीधे बैंकों से उस ज़माने में आज की रकम के मान से सैकड़ों करोड़ रूपये का घोटाला हुआ है, ऐसे घोटाले कर कर के बैंकिंग व्यवस्था, शेयर बाज़ार आदि सबको किसी लुटेरे की तरह लूट कर स्विस बैंक्स का भला करने वाली कांग्रेस के वाहियात और स्तरहीन आरोपों का जवाब देना भी एक दुष्कर कार्य है। उन्होंने हालिया झूठ को सेंट किट्स जैसा आरोप बताते हुए सुन्दरानी ने कहा कि राजनीति में किस तरह गिर सकती है कांग्रेस इसके उदाहरण के रूप में इन्हें याद किया जाएगा।

प्रवक्ता सुन्दरानी ने कहा कि लाखों करोड़ के घोटालेबाज जिस दल का अध्यक्ष, पूर्व अध्यक्ष समेत सभी बड़े नेता हेराल्ड समेत अनेक वारदातों में ज़मानत पर हों, वैसी पार्टी के मूंह से इसी तरह के झूठ और फरेब की बातें ही निकल सकती है। सुन्दरानी ने प्रदेश के कांग्रेसियों से कहा कि केन्द्रीय मुद्दों पर अपने राष्ट्रीय कहे जाने वाले नेताओं को झूठ परोसने दें। और प्इरदेश के कांग्रेसी अभी तुष्टिकरण और बयानबाज़ी छोड़ कर महामारी के मुहाने पर खड़ा कर दिए गए प्रदेश को इससे मुक्त करने में जुट कर प्रायश्चित करें।

सुन्दरानी ने कांग्रेस को याद दिलाया कि ऐसी ही हरकतों के लिए कांग्रेस को जनता ने देश भर में मुख्य विपक्षी दल लायक भी हैसियत में नहीं रहने दिया है। उन्होंने इससे सबक लेते हुए प्रदेश में कांग्रेसियों को भी भ्रामक बयानों से बचते हुए जनता का भरोसा हासिल करने के लिए कोशिश करने को कहा है, अन्यथा प्रदेश में भी देश जैसा हाल होते हुए समय नहीं लगेगा।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक सुन्दरानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 10 नए कोरोना पॉजीटिव मिलने के बाद छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है और इसलिए वह केन्द्र सरकार की छवि धूमिल करने में लगी है। सुन्दरानी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में प्रदेश सरकार का कोई योगदान नजर तक नहीं आ रहा है लेकिन हर बार केन्द्र सरकार से पैसे मांगने में वह अव्वल है। यह हैरत की बात है कि लॉकडाउन से प्रभावित और जरूरतमंद परिवारों तक सहायता पहुँचाने में अड़ंगे डालने वाली प्रदेश सरकार के झूठ के रायते को फैलाने में जुटे कांग्रेस नेता अब विलफुल डिफॉल्टर्स सूची को लेकर बेसिर-पैर की बयानबाजी कर रहे हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुन्दरानी ने कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने हर बार यह स्पष्ट किया है कि किसी भी बैंक डिफॉल्टर घोटालेबाज का लोन राइट ऑफ नहीं किया गया है, बावजूद इसके कांग्रेस नेता लगातार झूठ बोल रहे हैं। कांग्रेस की तरफ से लोन राइटऑफ करने यानी बट्टे खाते में डालने को कर्जमाफ करने की तरह पेश किया जा रहा है, जबकि कारोबार की भाषा में ये दोनों अलग-अलग प्रक्रियाएँ हैं। अपने शासनकाल में कांग्रेसनीत केन्द्र सरकार के मंत्रियों ने हर मद में घोटालों की इंतिहा कर दी थी और अपने उन धत्-कर्मों को याद कर कांग्रेस के नेता अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं और केन्द्र से लेकर राज्य स्तर तक के कांग्रेस नेता लगातार मात खाने के बावजूद झूठ और भ्रम की राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

The News India 24

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