बिजली कटौती के भाजपा के झूठे प्रचार की पोल आंकड़ों ने खोल कर रख दी

बिजली कटौती के भाजपा के झूठे प्रचार की पोल आंकड़ों ने खोल कर रख दी
बिजली कटौती के भाजपा के झूठे प्रचार की पोल आंकड़ों ने खोल कर रख दी

 

रायपुर/13 जून 2019। राज्य में बिजली की स्थिति के आंकड़े जारी करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि बिजली कटौती के भाजपा के झूठे प्रचार की पोल आंकड़ों ने खोल कर रख दी है। भाजपा बिजली की झूठा प्रचार कर रही है जबकि रमन सिंह सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के कारण दुर्दशा का शिकार ऊर्जा विभाग को सुधारने की कांग्रेस सरकार में प्रभावी पहल हो रही है। प्रदेश में बिजली की कटौती बिल्कुल नहीं है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष लोड लगभग 20 प्रतिशत बढ़ा है जिसकी पूर्ति शत-प्रतिशत की जा रही है। रेगुलर मेन्टेनेन्स के लिये लाइन बंद होने की भाजपा का पावरकट का गलत नाम देकर प्रचार कर रही है। लोड बढ़ने के साथ ही सिस्टम उन्नयन का कार्य भाजपा सरकार में समय पर न होने के कारण ट्रिपींग बढ़ी, ट्रांसफारमर व कन्डक्टर्स में ख़राबियाँ आईं। तत्काल सुधार कार्य किये जा रहे हैं। बीस अप्रेल के बाद लगातार सूचना प्रकाशित कर लाईन व सिस्टम उन्नयन का कार्य किया जा रहा है। हर वर्ष के पहले प्री-मानसून मेंटेंनेस किया ही जाता है। आँधी तूफ़ान व बरसात के कारण बिजली सप्लाई प्रभावित होती है जिसे कटौती कह कर भाजपा गलत बयानी करती रही है।
प्रदेश में मेंटेनेंस और ब्रेकडाउन के ताजातरीन आंकड़ों पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत सरप्लस राज्य है। प्रदेश में छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल की सभी बिजली उत्पादक इकाइयां सही ढंग पूरा उत्पादन कर रही है ऐसे में किसी भी बिजली कटौती का सवाल ही नही उठता। बिजली भंडारण करने वाली वस्तु नही है उसका उत्पादन हो रहा है तो वितरण भी तुरंत होता है ऐसे में बिजली कटौती की बाते भाजपा का प्रपोगंडा, झूठा प्रचार और षड्यंत्र है। बिजली बिल आधा होने के कारण जनता को मिल रही राहत को भाजपा पचा नही पा रही है इसी लिए बिजली कटौती के भ्रामक प्रचार और षड्यंत्र कर रही है।
सरगुजा में पिछले साल 165 घंटे बिजली बंद रही, इस साल सिर्फ 73 घंटे बंद रही। पिछले साल की तुलना में इस साल बिजली बंद रहने की घटनायें कम हुई है। ब्रेकडाउन एवं शटडाउन की स्थिति पिछले साल की तुलना में इस बार 21 प्रतिशत कम हुई। बीते वर्ष जनवरी से मई (पांच माह) के तुलना में चालू वर्ष के जनवरी से मई 2019 के बीच हुये ब्रेकडाउन, शटडाउन आधे से भी कम है।
सघन वनों से घिरे क्षेत्र अंबिकापुर, बलरामपुर, पत्थलगांव, सूरजपुर, मनेन्द्रगढ़ एवं जशपुर विद्युत संभाग में पिछले 33 केवी लाईनों में 52 ब्रेकडाउन हुए थे, जिससे कुल 165 घंटे बिजली बंद रही। जबकि इस वर्ष केवल 23 ब्रेकडाउन हुए और मात्र 73 घंटे बिजली बंद रही। इसी तरह केवी फीडर की विद्युत लाईनों के रखरखाव के लिये गत वर्ष जहां 32 बार शटडाउन लिये गये, वहीं इस वर्ष केवल 24 बार शटडाउन लिये गये।

बिजली बंद होने में पिछले साल की तुलना में 34 फीसदी कमी दर्ज की गयी है। 11 केवी फीडरों में भी न्यूनतम ब्रेकडाउन-शटडाउन का रिकार्ड दर्ज किया गया, जिससे बिजली बंद रहने की अवधि में 29 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।

 

The News India 24

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