प्रदेश में 8 मार्च से 22 मार्च तक मनाया जाएगा पोषण पखवाड़ा…… सुपोषण के प्रति पुरुषों को विशेष रूप से किया जाएगा जागरूक
रायपुर 7 मार्च 2020/ छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 8 मार्च से 22 मार्च तक पोषण अभियान अंतर्गत पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान महिलाओं के साथ-साथ पुरूषों को भी विशेष रूप से सुपोषण के प्रति जागरूक किया जाएगा। राज्य के सभी जिलों के जिला कार्यक्रम अधिकारियों,जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को पत्र जारी कर इस संबंध में दिश निर्देश जारी कर दिया गया है।
पोषण पखवाडे का आयोजन विभिन्न विभागों के सक्रिय सहयोग से जन आंदोलन के रूप किया जाएगा। पोषण पखवाड़ा अभियान की जानकारी देते हुए रायपुर जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय ने बताया पोषण पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य पोषण के प्रति हितग्राहियों को जागरूक करना और सेवाओं तक उनकी पहुंच को सुगम बनाना है । पोषण पखवाड़ा की मुख्य थीम पोषण के बेहतर परिणाम हेतु पोषण अभियान में पुरुषों की भागीदारी को बढ़ावा देना है। पोषण पखवाड़ा अभियान के आयोजन में चार मुख्य सूत्रों में पहला-शिशु का प्रथम 1000 दिवस,दूसरा-एनिमिया,तीसरा- हाथ धुलाई व स्वच्छता और चौथा सूत्र पौष्टिक आहार (खाद्य विविधता) है।
पोषण पखवाड़ा के दौरान सुपोषण संबंधी संदेशों को लक्षित परिवारों तक पहुंचाने के लियें गृहभेंट,ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस,पोषण मेला, ग्र्राम सभा का आयोजन करते हुए विशेष रूप से छूटे हुए हितग्राहियों को जोड़ा जाएगा। इस दौरान टीकाकरण ,स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करने के साथ ही समुदाय आधारित गतिविधियों,सुपोषण चौपाल का आयोजन किया जाएगा। कुपोषित बच्चों को चिन्हित करते हुए उपचार के लियें एनआरसी में भर्ती कराने के साथ ही सहयोगी विभागों के मैदानी अमले के साथ जिला, विकासखंड एवं ग्राम पंचायत स्तर पर पोषण पखवाड़े का आयोजन किया जाएगा।
पोषण पखवाड़े के दौरान जनजागरूकता के लिये पोषण मेला, प्रभात फेरी, पंचायत बैठक, खाद्य पदार्थ व्यंजन प्रदर्शनी, खाद्य पदार्थ से रंग बिरंगी थाली सजाओ प्रतियोगिता,कुपोषित बच्चों को गोद लेना, कुपोषण का पुतला दहन जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी । बालिका, गर्भवती एवं शिशुवति माताओं को सलाह परामर्श की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। पोषण पखवाड़े से स्कूलों और कॉलेजों को जोड़ते हुए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। गर्भवती महिला की स्वास्थ्य जांच टीकाकरण, आईएफए टेबलेट का वितरण और वजन लिया जाएगा । स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा और परामर्श पर के कार्यक्रम आयोजित होंगे । स्वास्थ शिविरों के आयोजन भी किया जाएगा। हितग्राहियों के घर-घर भेंट कर पोषण संबंधी जागरूकता के प्रयास किये जाएंगे। समापन समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा।