रायपुर। भाजपा ने धान खरीदी के मुद्दे पर प्रदेश सरकार और कांग्रेस नेताओं के दावों को सफेद झूठ का पुलिंदा करार दिया है। भाजपा के मुताबिक प्रदेशभर में किसान अपना धान बेचने के लिए परेशान हो रहे हैं, आंदोलित हो रहे हैं और कांग्रेस नेता व सरकार झूठ पर झूठ बोलकर अन्नदाताओं की परेशानी व चिंता का मखौल उड़ाने में मशगूल है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को यह बात अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि प्रदेश में भाजपा सरकार के शासनकाल में किसानों के कल्याण के लिए सर्वाधिक काम हुए हैं। पूरे 15 वर्षों के भाजपा शासनकाल में एक भी ऐसा सत्र कांग्रेस के नेता बता दें, जब किसानों को अपना धान बेचने के लिए इतनी जलालत झेलनी पड़ी हो और खरीदी केन्द्रों तथा राष्ट्रीय राजमार्गों पर किसानों को आंदोलन करना पड़ा हों। श्री उसेंडी ने कहा कि जिस पार्टी और प्रदेश सरकार को किसानों का सड़क पर उतरकर संघर्ष करना नजर नहीं आ रहा है, वे भाजपा पर धान के मुद्दे को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाने से पहले सौ बार सोचें।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि हम किसानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ किसानों के साथ मिलकर संघर्ष कर रहे है और आगे भी करेंगे। ऐसी निर्दयी सरकार का किसानों को उम्मीद नहीं था। किसानों ने जिस आशाओं के साथ कांग्रेस पार्टी को शान से सत्ता में बिठाया आज कांग्रेस की सरकार उन्हीं किसानों के छाती पर चढ़कर मूंग दलने का काम कर रही है। लानत है ऐसी सरकार पर जो अन्नदाता के पेट में लात मार रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के आत्म-सम्मान के साथ किए जा रहे खिलवाड़ का माकूल जवाब भी देंगे। श्री उसेंडी ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह संवेदनहीन तो है ही, धान खरीदी के मुद्दे पर उसका निकम्मापन भी जगजाहिर हो गया है। अब जबकि धान खरीदी की मियाद को महज दो दिन ही बचे हैं, प्रदेश के हजारों किसान अब भी अपना धान बेचने के लिए परेशान हैं। अनेक खरीदी केन्द्रों में किसानों को टोकन तक तो नहीं ही मिल रहा है, खराब मौसम के चलते स्थगित टोकन भी किसानों को देने में अब हीलहवाला किया जा रहा है। खरीदी केन्द्रों में धान उठाव के पुख्ता इंतजाम करने में विफल सरकार प्रायः अनेक खरीदी केन्द्रों को बारदानों की समयबध्द आपूर्ति भी नहीं कर पाई है। महासमुंद जिले के बागबाहरा में धान बेचने हेतु एक किसान मोईनद्दीन के आमरण अनशन पर बैठने और एक अन्य किसान देवनारायण द्वारा आत्महत्या की चेतावनी देने के लिए बाध्य होना प्रदेश सरकार के लिए शर्मनाक है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि आज भी प्रदेश सरकार धान खरीदी के लक्ष्य से काफी दूर है और सभी किसानों का पूरा धान खरीदने से बचने की बदनीयती इस सरकार की दिख रही है। बस्तर से लेकर सरगुजा तक और गरियाबंद से लेकर कबीरधाम (कवर्धा) तक प्रदेश के हर कोने में किसानों के आंदोलन की हुंकार को नजरअंदाज करते हुए प्रदेश सरकार न तो किसानों की पीड़ा समझने को तैयार है, और न ही पूरा धान खरीदने के लिए खरीदी की मियाद बढ़ा रही है। श्री उसेंडी ने संवेदनहीन हो चली प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि प्रदेश सरकार सियासी नौटंकियों के बजाय ईमानदारी से किसानों का पूरा धान खरीदे और इसके लिए हठ व अहंकार छोड़कर धान खरीदी की समय सीमा 15 मार्च तक बढ़ाए अन्यथा किसानों के साथ दगाबाजी की सबसे बड़ी राजनीतिक कीमत चुकाने को तैयार हो जाए।