वर्षा जल संचयन के लिए होगा आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल : मंत्री गुरु रूद्रकुमार
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने ’व्ही-वायर इंजेक्शन वेल’
रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का किया अवलोकन
रायपुर, 07 फरवरी 2020/ छत्तीसगढ़ में वर्षा जल को सहेजने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग की उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने आज विभागीय अधिकारियों के साथ ’व्ही वायर इंजेक्शन वेल’ रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का अवलोकन किया। उन्होंने आरंग विकासखंड के ग्राम रींवा, दुर्ग जिले के निकुम और अंजोरा ढाबा गांव में इस सिस्टम को प्रायोगिक तौर पर लगाने के निर्देश दिए। इस तकनीक से 2.5 एकड़ क्षेत्र में होने वाली वर्षा जल से 10 एमएलडी अर्थात एक करोड़ लीटर वर्षा जल को रिचार्ज किया जा सकता है।
मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कहा कि राज्य के ग्रीष्म काल में भू-जल स्तर गिरने से प्रभावित ग्रामों को चिन्हित कर प्राथमिकता के साथ आधुनिक तकनीक से रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए जल्द कार्ययोजना बनाने कहा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह तकनीक उन क्षेत्रों के लिए अधिक कारगर और प्रभावी होगी जहां ग्रीष्म काल में भू-जल स्तर गिरने से पेयजल और निस्तार की गंभीर समस्या आती है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री को कलकत्ता से आए निजी कंपनी के प्रतिनिधियों ने नीर भवन में व्ही वायर इंजेक्शन वेल रेन वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक और कार्य प्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस तकनीक से घरों के अलावा खेतों के पानी को भी जमीन के अंदर इंजेक्ट कराया जा सकता है। व्ही वायर इंजेक्शन वेल तकनीक विश्व स्तरीय है इसके अलावा यह किफायती और विश्वसनीय है।
बैठक में जानकारी दी गई कि इस तकनीक से आरंग विकासखण्ड के ग्राम मोहंदी, नगर निगम भिलाई, नगर निगम बिलासपुर, हिदायतुल्लाह विश्वविद्यालय नया रायपुर सहित 30-35 स्थानों पर यह सिस्टम स्थापित किया गया है। जिसके माध्यम से वाटर रिचार्जिंग किया जा रहा है। इस अवसर पर रायपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।