आईसीटी लैब में नई तकनीक अनुकूलित शिक्षण मंच (adaptive learning platform) और लर्निंग मेनेजमेंट सिस्टम का उपयोग किया जाएगा। पाठ्य सामग्री बिना इंटरनेट के भी आफलाईन उपयोग की जा सकेगी। इसका प्रयोग कक्षा में विषय शिक्षक के नहीं आने पर भी किया जा सकेगा। आधुनिक तकनीक से दी जाने वाली इस शिक्षा में कक्षावार और विषयवार मल्टी मीडिया पाठ्य सामग्री तैयार की गई है। इसमें बच्चों के पढ़ाई के स्तर के आकलन के लिए प्रश्न बैंक भी हैं। स्कूलों में आधुनिक तकनीक से पढ़ाई जाने वाली गतिविधियों की मॉनिटरिंग राज्य स्तर पर ऑनलाइन सर्वर में की जाएगी।
प्रशिक्षण में बताया गया कि आईसीटी योजना के तहत 100 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया जाना है। प्रथम चरण में 50 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। द्वितीय चरण में बस्तर, बीजापुर, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कांकेर, जशपुर, कोण्डागांव, कोरबा, सुकमा, गरियाबंद, बलरामपुर, दंतेवाड़ा, सूरजपुर, सरगुजा, नारायणपुर और कोरिया जिले के 50 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मास्टर ट्रेनर्स अपने क्षेत्र में स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। एक स्कूल में आठ शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना है।