मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने अब महापौर पद के लिए उम्मीदवार तय करने में पार्षदों के बीच समन्वय बनाना बड़ी चुनौती
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने पार्षद पद का निर्वाचन संपन्न हो जाने के बाद अब महापौर पद के लिए उम्मीदवार तय करने में पार्षदों के बीच समन्वय बनाना बड़ी चुनौती है। खासकर रायपुर नगर निगम के अंतर्गत 70 वार्डों में कांग्रेस के आधा दर्जन से अधिक दिग्गज और संभ्रान्त चेहरे पार्षद का चुनाव जीतकर सामने आये हैं। इनमें से इप सभी चेहरों का पार्षद चुनाव लड़ने के पीछे महापौर पद का उम्मीदवार बनने का ही लक्ष्य रहा है। ऐसे में अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने यह बड़ी चुनौती है कि कोई नाराज भी न हो सके और आपस में समन्वय की स्थिति बनाकर उनमें से कियी एक को उम्मीदवार बना दिया जाये। कमोवेश यही स्थिति बिलासपुर की भी बनी हुई है। यहां भी कई ऐसे चेहरे हैं जिनमें से एक को चुनना काफी मुश्किल दिख रहा है। देखना है कि रायपुर में प्रमोद दुबे, ज्ञानेश शर्मा, एजाज ढेबर, अजीत कुकरेजा के बीच महापौर पद के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसे उम्मीदवार चुनते हैं और किसे संतुष्ट करके समन्वय की स्थिति बनाते हैं।