बीएसपी उपाध्यक्ष रामजी गौतम का कहना है कि सांप्रदायिक और जातिवादी ताकतों को रोकने के लिए बीएसपी ने कांग्रेस सरकार को अपना बाहरी समर्थन दिया है। उन्होंने कहा,”हमने सांप्रदायिक और जातिवादी ताकतों को रोकने के लिए कांग्रेस सरकार को अपना बाहरी समर्थन दिया है और प्रदेश में कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रखने के लिए बसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्तर से निर्णय लिया गया है।”
मंत्रिमंडल में नहीं होंगे शामिल
बसपा विधायक के मंत्रिमंडल में शामिल होने के सवाल पर रामजी गौतम ने कहा हमारी पहली प्राथमिकता सरकार को बाहर से समर्थन देना है, न कि मंत्रिमंडल में शामिल होना। “हमारी पार्टी के सुप्रीमो का स्पष्ट रुख मध्यप्रदेश में सरकार को बाहर से समर्थन देना है और सरकार में किसी मंत्री या अन्य पद को स्वीकार नहीं करना है।
बता दें कि बसपा के दो विधायक, भिंड से संजू कुशवाह और पथरिया से रामबाई, एक सपा विधायक और चार निर्दलीय विधायक कमलनाथ सरकार का समर्थन करने वाले सात विधायकों में से हैं।
बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप-
वहीं, इससे पहले बीएसपी विधायक रामबाई ने आरोप लगाया था कि उन्हें बीजेपी 50 करोड़ और बड़े पद का प्रलोभन दे रही है। रमाबाई ने आरोप लगाया था कि बीजेपी मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिराने में सहयोग की मांग कर रही है।
बता दें कि 30 अप्रैल को, मायावती ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार को समर्थन देने पर पुनर्विचार करने के बारे में ट्वीट किया था। बीएसपी का यह रूख इसलिए अहम माना जा रहा है। क्योंकि मायावती गुना से बीएसपी के लोकसभा उम्मीदवार लोकेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन करने से नाराज़ हुई थीं।