किस मुंह से कौशिक जी कानून व्यवस्था व महिला सुरक्षा पर सवाल उठा रहे है ? : फूलोदेवी नेताम
राज्य मे भाजपा सरकार के समय हिडमा मडकम, बीजापुर, आमाडोला झलियामारी, कवर्धा, तखतपुर, रायगढ़, लैलूंगा मे महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ उस समय कौशिक जी मौन क्यों थे ?
रायपुर /13 दिसंबर 2019। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती फूलोदेवी नेताम ने कहा कि पन्द्रह साल बीजेपी शासन मे छत्तीसढ़ में महिलाओं और बेटियों की अस्मत सरेआम लूटी जा रही थी। दुष्कर्म और सामूहिक दुष्कर्म के हालिया आंकड़े इस जघन्य अपराध के गवाह बने हैं। ये हम नहीं बल्कि महिला सुरक्षा के दावों की पोल खोलती चतुर्थ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पूछे गए सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी।
रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में औसतन हर दिन 5 दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए हैं। 2017 में अब तक के आंकड़े पर नजर डालें तो दुष्कर्म के 1716 और सामूहिक दुष्कर्म के 60 कुल 1776 प्रकरण दर्ज था। रिपोर्ट के अनुसार बेटियों की सुरक्षा के मामले में राजधानी फिसड्डी साबित हुई थी। उस समय रायपुर में मामले दर्ज किए गए हैं। जो प्रदेश के 27 जिलों में पहले स्थान पर है।
इसी तरह दूसरे स्थान में दुर्ग 129, तीसरे स्थान पर सरगुजा 110, चौथे नंबर पर बिलासपुर 107 वहीं पांचवें स्थान पर रायगढ़ में 105 मामले दर्ज किए गए हैं।
लेकिन रिपोर्ट के अनुसार साल दर साल बढ़ते दुष्कर्म के मामले इसके दावों की पोल खोल रही थी।
छत्तीसगढ़ में महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार के मामले बढ़ गये थे। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2016 की तुलना में 2018 में महिला हिंसा के मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई थी। यही नहीं, बलात्कार के मामले में छत्तीसगढ़ का नंबर बिहार, आंध्रप्रदेश, गुजरात और हरियाणा से आगे था। एनसीआरबी के आंकड़ों को आधार कर नईदुनिया ने महिला और बच्चों पर अत्याचार से प्रदेश में वर्ष 2016 में रेप के 1626 मामले दर्ज किये गये। वर्ष 2016 में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अत्याचार के प्रदेशभर में 11 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किये गये. जबकि 2018 में यह आंकड़ा 12 हजार से ज्यादा पहुंच गया था. रेप के मामलों में छत्तीसगढ़ बिहार, आंध्रप्रदेश और हरियाणा से आगे था.
बीजेपी शासन मे इतना अधिक अत्याचार महिलाओं के साथ हो रहा था तो आपको उस समय दिखाई नहिं दिया या आप अपने सरकार के नाकामी को छुपाने के लिये देखना ही नहिं चाहते थे। यदि पहले छत्तीसगढ़ शांति का टापू रहता तो बीजेपी बुरी तरह से चुनाव नहीं हारती l आज बीजेपी नेता किस मुंह से कानून व्यवस्था की बात कर रहे है।
फूलो देवी नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी समाज की प्रगति एवं विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नही है। छत्तीसगढ़ राज्य के विकास मंे भी महिलाओं की महती भागीदारी है। समाज में महिलाओं को सुरक्षित एवं सकारात्मक माहौल उपलब्ध कराना सरकार का अहम दायित्व है, जिसके लिए छत्तीसगढ़ राज्य सरकार भी कृत संकल्पित है।