संचालक स्कूल शिक्षा ने किया स्कूलों का औचक निरीक्षण…….शिक्षा गुणवत्ता में सुधार लाने वरिष्ठ अधिकारियों का दल ने शैक्षणिक जिलों का किया दौरा
रायपुर, 11 दिसम्बर 2019/ शिक्षा गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन का नवाचारी कार्यक्रम राज्य स्तरीय आकलन के तहत आज पूरे प्रदेश में पहली से आठवीं के एक साथ हो रहे आकलन का जायजा लेने स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का दल संचालक सी एस प्रकाश के नेतृत्व में 40 टीमों में विभक्त होकर कर सभी शैक्षणिक जिलों के अलग-अलग स्थानों का दौरा किया। सभी स्कूलों में निरीक्षण के दौरान किचन गार्डन 3 दिन के भीतर बनाने के निर्देश दिए वही मध्यान्ह भोजन, शिक्षकों की उपस्थिति, विद्यार्थियों के आकलन के चार्ट भी स्कूलों में लगाए जाने के निर्देश दिए गए। राज्य स्तरीय आकलन के तहत धमधा ब्लाक के मुरमुंडा, सोनपार, धमधा व बरहापुर में डायरेक्टर ने औचक निरीक्षण किया जहां उन्होंने पढ़कर सुनाने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया वहीं कमजोर बच्चों को प्रोत्साहित किया। सभी जगह उन्होंने कक्षा की स्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन और बच्चों को उनके अंक बताए जाने एवं बच्चों की स्थिति के अनुसार रणनीति बनाकर उन्हें उनकी गुणवत्ता सुधारने का निर्देश दिया। उन्होंने सर्वाधिक महत्त्व स्कूल के खाली पड़े जगहों में किचन गार्डन बनाने पर जोर दिया।
खैरागढ़ के ऐतिहासिक सवा सौ साल पुराने स्कूल पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी का भी आज आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस स्कूल की विशेषता यह है कि यहां अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल हेड मास्टर के रूप में कार्य कर चुके हैं। वहीं पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी भी यहां अध्यापन कर चुके हैं। इस स्कूल में उचित रखरखाव के दिशा निर्देश देते हुए यहां परीक्षा का अवलोकन किया।
राजनांदगांव जिले के बढ़ाई टोला स्कूल में जहां प्राइमरी, मिडिल, हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल है। वहां के बीच के स्थान में बनाए गए उद्यान की प्रशंसा करते हुए यह निर्देश दिए गए कि सभी स्कूलों द्वारा सम्मिलित रूप से कल से यहां एक किचन गार्डन तैयार किया जाए। निरीक्षण के दौरान संचालक के साथ राज्य साक्षरता मिशन के असिस्टेंट डायरेक्टर प्रशांत पांडे व डीपीआई के असिस्टेंट डायरेक्टर महेश नायक भी उपस्थित थे।