मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मड़वा में किया सतनाम धर्मशाला का लोकार्पण…….. धर्मशाला विस्तार के लिए 50 लाख देने की घोषणा…..किसानों से 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदने सरकार वचनबद्ध 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मड़वा में किया सतनाम धर्मशाला का लोकार्पण…….. धर्मशाला विस्तार के लिए 50 लाख देने की घोषणा…..किसानों से 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदने सरकार वचनबद्ध 
रायपुर, 10 दिसम्बर 2019/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के अंतर्गत गिरौदपुरी धाम के समीप मड़वा गांव में प्रगतिशील सतनामी समाज द्वारा निर्मित सतनाम धर्मशाला का लोकार्पण किया। धर्मशाला का निर्माण लगभग ढाई करोड़ रुपये की लागत से समाज के लोगों द्वारा आपसी सहयोग से किया गया है। मुख्यमंत्री ने धर्मशाला के विस्तार के लिए 50 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने प्रगतिशील सतनामी समाज की ओर से धर्मशाला निर्माण के दानदाताओं को सम्मानित किया। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री शिव कुमार डहरिया ने लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता की। विशेष अतिथि के रूप में धर्मगुरु बालदास, गुरु सतखोजन दास, गुरु खुशवंत साहेब सहित विधायक श्री चंद्रदेव राय, सुश्री शकुंतला साहू, विधायक श्री मोहन मरकाम, विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले, विधायक श्री भुनेश्वर बघेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मार्कण्डेय उपस्थित थे।
      मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि मड़वा में आपसी सहयोग से धर्मशाला निर्माण के लिए सतनामी समाज को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गिरौदपुरी धाम में देश-विदेश के लोग गुरु बाबा का दर्शन करने आते है। लेकिन उनके लिए ठहरने की व्यवस्था नहीं थी। सर्व-सुविधायुक्त धर्मशाला के निर्माण से ठहरने के लिए अच्छी सुविधा उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गिरौदपुरी धाम न केवल सतनामी बल्कि सभी समाज के लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। मनखे-मनखे एक समान का उनका संदेश आज ज्यादा प्रासंगिक है। गिरौदपुरी के आस-पास सोनाखान, शिवरीनारायण, सिरपुर और तुरतुरिया स्थित हैं। इन सभी को जोड़ते हुए एक टूरिस्ट सर्किट के तौर पर विकसित किया जायेगा।
      मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने धान खरीदी के संबंध में व्याप्त अफवाहों का पुरजोर खण्डन किया। उन्होंने कहा कि किसानों का प्रति एकड़ 15 क्विन्टल धान खरीदने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि समितियों को अपने स्तर पर प्रतिदिन की खरीदी सीमा तय करने के लिए छूट दे दिया गया है। श्री बघेल ने अधिकारियों से कहा कि धान बेचने आने वाले किसानों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि धान बेचने का पहला और अंतिम अधिकार हमारे छत्तीसगढ़ के वास्तविक किसानों का है। उन्हें लाभ दिलाने हमारा अंतिम लक्ष्य है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार बाबा गुरू घासीदास के बताए रास्ते पर चलकर किसानों और गरीब लोगों के उत्थान के काम में लगी हुई है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं समनामी समाज के लोग उपस्थित थे।

The News India 24

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