नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य के लिए अलग बजट का हो प्रावधान : सुश्री उइके
राज्यपाल ने राज्यपालों के सम्मेलन में सुपेबड़ा सहित अन्य मुद्दों की दी जानकारी
रायपुर, 24 नवंबर 2019/ राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके आज राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में आयोजित राज्यपालों के सम्मेलन में शामिल हुई। राज्यपाल सुश्री उइके ने राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष छत्तीसगढ़ के विभिन्न मुद्दों की जानकारी दी। राज्यपाल ने बैठक में कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क और बिजली की सुविधाओं के लिए अलग बजट का प्रावधान किया जाना चाहिए। इस संबंध में सामाजिक संगठनों ने भी मुलाकात के दौरान यह मांग की थी। राज्यपाल ने सम्मेलन में सरगुजा और बस्तर में आदिवासी विश्वविद्यालय खोले जाने का भी आग्रह किया।
उन्होंने गरियाबंद जिले के ग्राम सुपेबेड़ा में किडनी रोग से प्रभावितों की समस्या को साझा किया। उन्होंने बताया कि सुपेबेड़ा में कई पुरूष और महिलाएं किडनी की बीमारी से पीड़ित है। इस कारण से वहां पर कुछ मौतें भी हुई हैं। इस संबंध में जानकारी मिलने पर गरियाबंद जिले के ग्राम सुपेबेड़ा के दौरे पर गई और प्रभावितों से मुलाकात की। साथ ही प्रशासन से उनके इलाज और शुद्ध पेयजल प्रदान करने के लिए सुविधाएं देने के लिए को कहा। फलस्वरूप राजधानी रायपुर में किडनी के बीमारी के मरीजों के लिए निःशुल्क इलाज की और रहने की व्यवस्था की गई है। साथ ही अन्य कदम भी उठाए गए हैं। राज्यपाल ने सम्मेलन में नक्सल संबंधी मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह को नक्सल समस्या के शीघ्र समाधान करने के लिए उठाए जा रहे कदम के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बैठक में जनजातीय सलाहकार परिषद का अध्यक्ष गैर राजनीतिक को बनाएं जाने परिषद में सामाजिक क्षेत्र के प्रतिनिधि को शामिल किए जाने का मुद्दा भी उठाया। सुश्री उइके ने 5वीं अनुसूची क्षेत्र में पेशा कानून के शीघ्र क्रियान्वयन करने का भी आग्रह किया। इसके बाद राज्यपाल ने विभिन्न सामाजिक संगठनों से हुई मुलाकातें, कुलपतियों की बैठक सहित अन्य किए गए कार्यों की जानकारी दी।