सरदार पटेल की जयंती और इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में शामिल हुये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
रायपुर/31 अक्टूबर 2019। प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय राजीव भवन में देश के पहले गृहमंत्री और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती तथा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि का कार्यक्रम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरदार पटेल और स्व. इंदिरा गांधी के देश की आजादी और देश के नवनिर्माण में योगदान को याद करते हुये कहा कि सरदार पटेल ने किसानों को खेत से बेदखल करने के विरोध में आंदोलन किया, हजारों किसान जमा हुये। उन्होने अपनी जमीन खो दी थी पर सरदार पटेल और कांग्रेस पर उन्हें अटूट विश्वास था। बहुत से किसान परेशान थे, जमीन वापस लेने के लिये केस लड़े, आजादी के बाद कांग्रेस सरकार ने किसानों की जमीने निशर्त वापस की। अंग्रेजों के शासनकाल में देशी रियासतों के भारत में विलय की जिम्मेदारी सरदार पटेल को मिली थी। आज हमारी सरकार में कोई भी विभाग काम करता है तो उसका श्रेय मुख्यमंत्री को जाता है लेकिन नेहरू जी ने 562 रियासतों के विलयीकरण का श्रेय सरदार वल्लभ भाई पटेल को दिया यह उनका विशाल हृदय का परिचायक था। जिनका आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं था, अंग्रेजों के साथ मिलकर सत्ता सुख भोग रहे थे, वो आज लगातार हमारे महापुरूषों के कद नाप रहे है, शोर मचा रहे है, सवाल कर रहे है। अब हमें यह बतायें कि कश्मीर में धारा 370 नरेन्द्र मोदी ने हटाया कि अमित शाह ने इसका श्रेय किसको दिया जाये। आज यह प्रश्न पूछा जाना चाहिये, यही प्रश्न उस समय के थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी सरदार पटेल और इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुये कहा कि इन दोनों महान विभूतियों ने देश की सेवा के लिये अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। दोनों कड़े और प्रभावी प्रशासक थे। हम सबको इनके आदर्शो पर सदैव चलना चाहिये।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी और कांग्रेस विचार विभाग के अध्यक्ष हसन खान ने संबोधन दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया, महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, महामंत्री राजेश तिवारी, महामंत्री महेन्द्र छाबड़ा, सूर्यमणी मिश्रा, सुभाष शर्मा, रमेश वर्ल्यानी, मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला, घनश्याम राजू तिवारी, धनंजय सिंह ठाकुर, विकास तिवारी, विधायक कुलदीप जुनेजा, विकास उपाध्याय, चंद्रदेव राय, महापौर प्रमोद दुबे, संचार विभाग सदस्य किरणमयी नायक, गिरीश दुबे, आर.पी.एस. त्यागी, प्रमोद चौबे, सुभाष धुप्पड़, दौलत रोहड़ा, इंदरचंद धाड़ीवाल, दीपक चौबे, अरूण भद्रा, सुरेश ठाकुर, सतीश जैन, सतनाम पनाग, श्रीकुमार मेनन, किरण सिन्हा, निवेदिता चटर्जी, आशा चौहान, उषा रज्जन श्रीवास्तव, साक्षी सिरमौर, भोजकुमारी यदु, सायरा खान, अरूण ताम्रकार, सुनील चन्नावार, अरूण जंघेल, महेन्द्र कोचर, मोहम्मद अमजद सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।