बस्तर दशहरा की आखिरी रस्म बाहर रैनी के साथ बस्तर दशहरा का हुआ समापन
जगदलपुर/10.10.2019। बस्तर ऐतिहासिक विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा 75 दिनों तक चलने वाला सबसे लंबा त्योहार माना जाता है कल बस्तर दशहरा की आखिरी रस्म बाहर रैनी के साथ बस्तर दशहरा समाप्त हुआ। इस रस्म में चोरी हुए रथ को लेने राजपरिवार कुम्हड़ा कोट पहुंचा और पूरे बस्तर से जुड़े सैकड़ों देवी-देवताओं की प्रतीकों को एक जगह पर स्थापित कर उनकी पूजा की गई। इसके बाद अन्न से बने भोज प्रसाद वितरण किया गया इस दौरान पूरे बस्तर संभाग से हजारों आदिवासी उपस्थित रहे और प्रसाद ग्रहण किया।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी देश और विदेश से पर्यटक इस पर्व को देखने पहुंचे। राज परिवार ने अपनी कुलदेवी को नया खाना अर्पित किया और जनता के साथ नया खानी पर्व पूरी विधान से निभाया। बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के मुख्य पुजारी माई के छत्र के साथ रथ पर सवार होकर जमहल तक रथ को लेकर पहुंचें, इस पूरे विधान को बाहर रैनी कहा जाता है। इस रस्म के साथ ही 75 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा की समाप्ति हो गई।