नान घोटाले और अंतागढ़ मामले में भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है
भाजपा के बदलापुर के आरोपो में कोई सच्चाई नहीं
रायपुर/16 सितंबर 2019। भाजपा के बदलापुर के आरोंपो पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि 164 के बयान होने से इतना भयभीत और विचलित होने की जरूरत नहीं है। अगर भाजपा नेताओं ने कुछ गलत किया नहीं है तो भयभीत और विचलित क्यों हो रहे है। अभी तो किसी नेता को तो गिरफ्तार तक नहीं किया गया हैं। 164 का बयान होते ही भ्रष्टाचार में संलिप्त नेताओं के हाथ पाव फूल गये है। इन्द्राणी मुखर्जी जैसी अपनी बेटी की हत्यारी मां के बयान पर पूर्व वित्तमंत्री, पूर्व गृहमंत्री पी. चिदम्बर को गिरफ्तार करने वाली भाजपा को अंतागढ़ और नान मामलों में बदलापुर कहने का भी कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
नान घोटाले और अंतागढ़ मामले में भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि भाजपा बताये किसके कहने से नान डायरी के उन पन्नों को छिपाया जिसमें सीएम, सीएम मैडम और कौशलेन्द्र सिंह का नाम था। 123 पन्नों की नान डायरी में सिर्फ 7 पन्नों को चार्जशीट में लगाकर साक्ष्य को मिटाने और छिपाने की भाजपा सरकार गुनाहगार है। भाजपा नेताओं में जरा भी नैतिकता होती तो झूठ का सहारा नही लेती। कांग्रेस ने 164 का बयान कहा है। कोर्ट में शपथ पत्र दिया गया बयान 164 की श्रेणी आता है। जब भाजपा के नेता मंतूराम ने आरोप लगाया तो उसे पार्टी से निकालकर बाहर किया। रमन सिंह पर कुछ भी नहीं किया। अब रमन सिंह को बचाने के लिये नान मामले में भाजपा झूठी निराधार बातो का सहारा ले रही है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा न्यायिक प्रक्रिया का भी राजनीतिकरण करना चाह रही है। चूंकि शिवशंकर भट्ट ने पत्रकारवार्ता लेकर मजबूत आरोप लगाये थे। उससे ध्यान हटाने के भाजपा ने इन झूठे आरोपो का सहारा लिया। नान घोटाले और अंतागढ़ मामले में भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है।
164 का बयान पर भाजपा के बयानों को आधारहीन करार देते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अगर पूर्व सीएम रमन सिंह का नाम नान घोटाले में आया था तो भाजपा नेतृत्व ने कार्यवाही क्यों नहीं की थी? नाम तो सीएम मैडम का भी आया था। लखनऊ, दिल्ली, नागपुर के साथ-साथ ऐश्वर्या रेजीडेन्सी पैसे जाने की बात भी उजागर हुयी थी।
नान घोटाले के आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और भाजपा के बयानों पर कांग्रेस का कड़ा प्रहार
तू इधर उधर की बात ना कर यह बता कि काफिला क्यों लुटा?
नान घोटाले में हो रही कार्यवाही को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा बदलापुर ठहराने पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर कड़ा प्रहार करते हुये नान घोटाले से संबंधित सवाल पूछे :-
21 लाख फर्जी राशन कार्ड किसने बनाएं?
इन 21 लाख फर्जी राशन कार्डों का पैसा कहां गया?
रमन सिंह जी को क्यों तीन करोड रुपए दिए जाते रहे?
ऐश्वर्या रेजीडेंसी में पैसा किसके पास जाता रहा?
वीणासिंह जी की नान मामलों में भूमिका क्यों थी?
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी यह क्यों भूल जाती है कि उसके कार्यकाल में नान घोटाले का चालान पेश हुआ था उसी के कार्यकाल में शिव शंकर भट्ट का मामला दर्ज हुआ था। उन्हीं के कार्यकाल में शिव शंकर भट्ट को मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बनाया था। रमन सिंह केकार्यकाल में ही उसने सारी बातें कही है। शिवशंकर भट्ट ने पहली बार नहीं कहा इस बात को कोर्ट में पहले भी शिवशंकर भट्ट कह चुके है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी लगातार यह कह रही है कि बदले की कार्रवाई की जा रही है क्या भाजपा को शर्म नहीं आता ये सभी मामले लगातार न्यायालय में चल रहे हैं और न्यायालय की निगरानी निरीक्षण में ये सभी मामले में पुलिस क़ानून के तहत कार्रवाई कर रही। भाजपा न्यायालय को गुमराह करने और जनता को धोखा देने लगी है। भाजपा को क्या अब न्यायालय पर भी विश्वास नहीं रह गया?
डॉ. रेणु जोगी के मुख्यमंत्री से मिलने पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
डॉ. रेणु जोगी के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने के समाचारो पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि किसी मां से बेहतर कोई और नहीं समझ सकता कि बेटे के हित में क्या है? मां यदि बेहद संजीदगी से उस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अपने बेटे के लिये बेहतर स्वास्थ्य सुविधाये मांगती है जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार भी किया। यह मुख्यमंत्री पर मां के भरोसे को भी स्पष्ट करता है। मुख्यमंत्री ने मां के रूप में डॉ. रेणु जोगी के आग्रह स्वीकार कर एक अभद्र एवं स्तरहीन शब्दावली का प्रयोग करने वाले बेटे के कृत्यों को दर किनार किया है।