छत्तीसगढ़ से भेदभाव के भागीदार सुनील सोनी संसद से इस्तीफा दें
- जहां बोलने भेजा है वहां मुंह में दही और यहां उगल रहे हैं जहर
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सांसद सोनी सवाल उठा रहे हैं कि एक साल में यह हो सकता था, वह हो सकता था, वेंटिलेटर वाले सरकारी चिकित्सा केंद्र बन सकते थे और बहुत कुछ यह बिल्कुल बन सकते अगर केंद्र में बैठी मोदी भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ के हक का पैसा दिया होता। सोनी बताएं कि ढाई साल में उन्होंने क्या छत्तीसगढ़ के हक का पैसा देने के लिए क्या एक बार भी मोदी से मांग की ?
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कोरोना की पहली और दूसरी लहर का मुकाबला अपने संसाधनों की दम पर किया और अपने कुशल प्रबंधन के सामर्थ्य से एक मिसाल भी कायम की। जब दुनिया औऱ देश की अर्थव्यवस्था की गाड़ी पटरी से उतरी तब भी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। अब तीसरी लहर से छत्तीसगढ़ की जनता को बचाने के लिए भूपेश बघेल सरकार ने तमाम एहतियात के साथ मजबूत व्यवस्था कर रखी है तो सांसद सोनी और पूरी छत्तीसगढ़ भाजपा द्वारा अनर्गल आरोप लगाते हुए निकृष्ट राजनीति की जा रही है। क्या सांसद सोनी को यह पसंद है कि उनकी मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव करती रहे? मोदी सरकार ने मध्यप्रदेश में 5 जिनोम सिक्वेंसिंग मशीन दी हैं जबकि छत्तीसगढ़ को एक भी नहीं मिली सुनील सोनी इसके लिए आवाज क्यों नही उठाते। सांसद सुनील सोनी से छत्तीसगढ़ से भेदभाव के विरोध में संसद की सदस्यता से इस्तीफा देकर उसके बाद कांग्रेस सरकार के बारे में मुंह खोलें जाने की नसीहत दी है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सोनी जान लें कि जिस प्रकार की राजनीति वे कर रहे है अगली बार उनकी राजनीतिक खटिया खड़ी होने वाली है और संसद तो क्या वे नगर निगम पहुंचने लायक तक नहीं रहेंगे।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए प्रदेश सरकार सजग है और युद्ध स्तर पर टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट की दिशा में काम कर रही है साथ है क्वारेंटाइन सेंटर को पुनः खोला गया है, अस्पतालों में प्रयाप्त मात्रा में बेड की व्यस्था की गई है और छत्तीसगढ़ ऑक्सीजन में भी सरप्लस राज्य है, सरकार कोरोना से लड़ने हेतु सक्षम है सरकार इसकी रोकथाम के लिए निरंतर आव्यशक कदम उठा रही है और फेसले ले रही है।