“नरवा विकास योजना” : चियोरबहार नाला में संरचनाओं के निर्माण से वनांचल में खुले विकास के नए द्वार….केम्पा मद से 87 विभिन्न भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण
- अर्दन डेम काकड़गांव से सिंचाई के साथ मत्स्य पालन का हो रहा लाभ
रायपुर, 06 जनवरी 2022 / छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी “नरवा विकास योजना” के तहत चियोरबहार नाला में विभिन्न संरचनाओं के निर्माण से वनांचल में विकास के नए द्वार खुल गए हैं | इस तारतम्य में लगभग 16 लाख रूपए की लागत राशि से निर्मित अर्दन डेम (मिटटी बांध ) से वन मंडल कोण्डागांव अंतर्गत वन प्रबंधन समिति काकड़गांव को निस्तारी तथा सिंचाई सुविधा के साथ-साथ मत्स्य पालन का भी लाभ मिलने लगा है |
चियोरबहार नाला में निर्मित अर्दन डेम से वनांचल के लोगों को निस्तारी के साथ-साथ 20 एकड़ रकबा में सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध हो गई है | अर्दन डेम का जल संग्रहण क्षेत्रफल 25 हेक्टेयर है | इसका निर्माण होने पर वन प्रबंधन समिति काकड़गांव के हितग्राही अर्दन डेम में अब मत्स्य पालन भी करने लगे हैं, इससे काकड़गांव समिति के 30 हितग्राहियों को सीधा-सीधा लाभ होने लगा है |
गौरतलब है कि केम्पा (छत्तीसगढ़ प्रतिकारात्मक वनरोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण) की वार्षिक कार्य योजना 2020–21 के अंतर्गत वनांचल स्थित चियोरबहार नाला में 66 लाख रूपए की लागत से 87 भू-जल संवर्धन संबंधी विभिन्न संरचनाओं का निर्माण किया गया है | इनमे 47 नग लूज बोल्डर चेक डेम, 24 नग ब्रश वुड चेक डेम, 03 नग 30-40 मॉडल, 02 नग वाटर सोक्ता खंती, 04 नग कन्टूर खंती, 02 नग परकोलेशन टेंक, 02 नग अर्दन डेम, 01 नग तालाब गहरीकरण तथा 02 नग वाटर होल के कार्य सम्मिलित हैं | लगभग 08 किलोमीटर लम्बाई के चियोरबहार नाला का जल संग्रहण क्षेत्रफल 01 हजार 100 हेक्टेयर है |