विधायक विकास उपाध्याय एवं कन्हैया अग्रवाल द्वारा एक्सप्रेस-वे में हुए भ्रष्टाचार को लेकर पहुंचे सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज करने दिया आवेदन
पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय एवं कन्हैया अग्रवाल द्वारा एक्सप्रेस-वे में हुए भ्रष्टाचार को लेकर संबंधित पूर्व जनप्रतिनिधि, पूर्व मंत्री, एजेंसी, ठेकेदार,कंसल्टेंसी,अधिकारियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज करने दिया आवेदन
पूर्व की बीजेपी सरकार की खुली पोल एक्प्रेस-वे में गुणवक्ताहीन मटेरियल साफ नजर आ रहा है फिलिंग मटेरियल में भी है गड़बड़ी-विकास उपाध्याय
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू जी ने पुरानी समिति को भंग कर तत्काल नई समिति का किया गठन इस समिति में विशेषज्ञ हुए शामिल
रायपुर/नव निर्मित एक्सप्रेस-वे के अचानक धसकने से हुए हादसे को लेकर पूर्व की बीजेपी सरकार की भ्रष्टाचार की पोल खुली, पूर्व की बीजेपी सरकार ने मोटी कमीशनखोरी के चक्कर मे भारी भ्रष्टाचार कर गुणवक्ताहीन एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया। एक्सप्रेस-वे में बरती गई लापरवाही पहली ही बारिश में पूर्ववर्ती सरकार का कमीशन का खेल दिखा। कुछ दिन पूर्व एक्सप्रेस-वे में हुए हादसे को लेकर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय एवं कन्हैया अग्रवाल ने स्वयं बरसते पानी पर एक्सप्रेस-वे का किया था निरीक्षण उस निरीक्षण के दौरान ही कई जगहों पर एक्सप्रेस-वे में पड़ी दरारे साफ नजर आरही थी आज पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय एवं कन्हैया अग्रवाल ने कांग्रेसजनो के साथ सिविल लाइन थाने जाकर संबंधित पूर्व जनप्रतिनिधि, पूर्व मंत्री, एजेंसी, ठेकेदार, कन्सलटेंसी एवं अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने आवेदन दिया।
पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि जिस तरह से एक्सप्रेस-वे लापरवाही पूर्व के सरकार के समय बरती गई है जिसमे उच्च मानक का ध्यान नही रखा गया। इसमे पूरी तरह कमीशन का खेल है। स्वतंत्र जांच कमेटी गठित की गई जिसमें जिसमे फाफाडीह से तेलीबांधा होते हुए नया रायपुर, रेलवे ट्रेक, फोर लेन में घोर लापरवाही बरती गई एवं जल्दबाजी के चक्कर मे काम की गुणवक्ता का ध्यान नही रखा गया। रोड के प्रोफाइल में बहुत करप्शन है। जबकि रोड नया बना है किसी भी नए रोड में जम्प नही होना चाहिए जबकि अधिक स्पीड चलाने से गाड़ी उछलती है।
विकास उपाध्याय ने बताया कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण में पूर्व की सरकार द्वारा घोर लापरवाही बरता गया है ब्रिज के दोनों ओर अत्यधिक स्लोप है ऐसा लगता है थोड़ा चढ़ाई खड़ा है ब्रिज के बाद मुरुम भराई में सही ढंग से कंपेकेशन नही हो पाया है। जब पूर्व की बीजेपी ने किस तरह लापरवाहीपूर्वक काम कर जनता की गाढ़ी कमाई को कमीशन के चक्कर मे गड़बड़ी करने का काम किया है। आज इनके भ्रष्टाचार और कमीशन को स्वयं एक्सप्रेस-वे में हुए हादसे ने साबित कर दिया। पहले ही बारिश में जगह-जगह से सड़के धसने लगी है। फिलिंग मटेरियल में गड़बड़ी की गई है जो कही न कही लापरवाही को दर्शाता है। विकास उपाध्याय ने कहा कि ये एक्सप्रेस-वे 300 करोड़ से अधिक लागत का बन रहा है जिसमे कमीशन के चक्कर मे पूर्व की सरकार इस तरह इतने नीचे गिर जाएगी जिससे आम आदमी को, जनमानस को जान माल का नुकसान होगी। शुक्र है कि उस समय कोई बड़ा हादसा नही हुआ ये हाइवे एक्सप्रेस-वे है जिसमे गाड़ियों का प्रेसर ज्यादा रहता है अभी इसमे गाड़ियों का चलना ठीक से शुरू भी नही हुआ है जब ट्रैफिक का दबाव होगा, सरपट गाड़िया चलेगी तब न जाने क्या होगा? विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि एक्सप्रेस-वे के सम्पूर्ण निर्माण कार्य में घोर लापरवाही बरतने वालो में प्रत्यक्ष रूप से निर्माण एजेंसी मेसर्स आयरन ट्रीएंगल लिमिटेड, मेसर्स लायन इंजीनियरिंग कंसल्टेंट(पेटी कॉन्ट्रेक्टर), मेसर्स लायन इंजीनियरिंग कंसल्टेंट के महाप्रबंधक जी.एस सोलंकी असिस्टेंट उपमहाप्रबंधक श्री जाटव(इरीगेशन), प्रोजेक्ट मैनेजर एससीआर आर्य(आर.ई.एस), असिस्टेंट मैनेजर नीलेश दत्त भट्ट,लोक निर्माण विभाग के पूर्व मंत्री राजेश मूणत समेत कई लोग इसमे शामिल है।
कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि पूर्व के सरकार की गलती की सजा जनता भुगत रही है ब्रिज के दोनों तरफ दीवाल सही ढंग से नही बनाया गया है। दीवाल एक शाइन में नही है। शंकर नगर के पास दीवाल में आप देखेंगे कि दीवाल फूल गया है और कभी भी गम्भीर दुर्घटना हो सकती है। ब्रिज गिरा तो सिवाय नया बनाने के ओर कोई विकल्प नही है।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू जी ने जिस तरह निर्णय लेते हुए अपने समिति में विशेषज्ञ को शामिल किया है जो ये बताता है कि कांग्रेस ही वो पार्टी है जो जनता के हित मे निर्णय लेती है। पूर्व की सरकार चंद उद्योगपति की सरकार थी जिसे उद्योगपतियों को पूर्व की सरकार के मंत्रियों को भ्रष्टाचार कर मदद करने का काम लगातार करती आई है। पूर्व में भी कई तरह के हादसे इस एक्सप्रेस-वे में हो चुके है।
आज एफआईआर दर्ज कराने वाले में, आवेदन देने वालो में पार्षद एवं एमआईसी सदस्य विमल गुप्ता, संदीप तिवारी, अजीजी भिंसरा, डॉ.विकास पाठक, रोशन श्रीवास, देव कुमार साहू, योगेश दीक्षित, दिनेश पांडेय, हेमंत कामड़े, विकास अग्रवाल, विष्णु साहू, दिनेश फुटान, भीम यादव, यश साहू, भूपेंद्र साहू, हजरुन बानो, सरिता शर्मा, खुशबू केड़िया, सोनू शर्मा, मनोज साहू, अरविंद त्रेहान, सोनू साहू, दिलीप साहू, हसरत खान, सोनू पासवान, भावेश शुक्ला, जाफर खोखर एवं समस्त कार्यकर्ता उपस्थित हुए।