कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के हाथों हुआ शिलान्यास छत्तीसगढ़ के लोगों के सपनों का साकार प्रतिमूर्ति था
रायपुर/14 अगस्त 2019। पूर्व मंत्री राजेश मूणत द्वारा नया रायपुर के शिलान्यास के पत्थर की भाजपा सरकार ने बदनीयती पूर्वक की गई उपेक्षा के बचाव में जारी किये गये बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। लोकतंत्र के स्थापित मानदण्डो के खिलॉफ जाकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पूर्व मंत्री राजेश मूणत के इशारो पर नवा रायपुर के शिलान्यास स्थल की उपेक्षा को गलत ठहराते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम कहा है कि नई राजधानी की परिकल्पना किसी एक दल किसी एक सरकार की नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता की आशाओं और आकांक्षाओं का परिणाम था। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के हाथों हुआ शिलान्यास छत्तीसगढ़ के लोगों के सपनों का साकार प्रतिमूर्ति था। भाजपा सरकार ने शिलान्यास स्थल की जमीन को दूसरे संस्थान को आबंटित करके राज्य के उस गौरवमयी पल को मिटाने का कदाचरण किया है। पौंता चेरिया में नई राजधानी की शिलान्यास स्थल आबंटन पर की गई राज्य सरकार के द्वारा कार्यवाही को पूर्व मंत्री राजेश मूणत के द्वारा गलत ठहराये जाने पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पूर्व की भाजपा सरकार पर जानबूझकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्षा एवं लोकसभा तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष सोनिया गांधी के द्वारा नई राजधानी के लिए की गई भूमि पूजन स्थल के साक्ष्यों को मिटाने का आरोप लगाया। पूर्व की भाजपा सरकार कमीशनखोरी भ्रष्टाचार के लिए छत्तीसगढ़ की एक एक इंच सरकारी जमीन को बेचने तैयार थी। नई राजधानी की शिलान्यास स्थल को ट्रिपल आईटी एवं आईआईएम को देकर पूर्व की रमन सरकार ने नई राजधानी के शिलान्यास की पहचान को मिटाने का साजिश किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि पौंता चेरिया के शिलान्यास स्थल मामले में जिम्मेदार तत्कालीन एनआरडीए के सीईओ एसएस बजाज पर राज्य सरकार के द्वारा की गई कार्यवाही उचित है। पूर्व भाजपा सरकार की भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के चलते सरकारी जमीन अलॉटमेंट की प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया सरकारी जमीन अलॉटमेंट के पहले उक्त मांगी गई खसरा नंबर की जमीन का भौतिक सत्यापन और नक्शा बनाना अनिवार्य होता है। शिलान्यास जमीन की जानकारी को छुपाकर जमीन अलॉटमेंट की प्रक्रिया भाजपा सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पूर्व मंत्री राजेश मूणत के इशारे पर आपराधिक कृत्य किया गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि ऐसा देश में पहली बार हुआ है कि नवा रायपुर जैसी महत्वपूर्ण परियोजना के शिलान्यास स्थल की जमीन को ही दूसरे संस्थान को आवंटित कर दिया गया। इस आवंटन प्रक्रिया से ही तत्कालीन भाजपा सरकार की बदनीयति साफ होती है। पूर्व भाजपा सरकार का यह कृत्य स्थापित राजनीतिक परंपराओं और मापदंडों पर प्रहार करने वाला है ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही होनी ही चाहिए। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने बजाज का बचाव कर साबित कर दिया कि इस सारे हथकंडे में बजाज के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पूर्व मंत्री राजेश मूणत सहित पूरी भाजपा शामिल थी। 15 साल सरकार में रहने के दौरान भाजपा और उसके नेता खुद को भाग्यविधाता समझने लगे थे। वह भूल गए थे कि जिस प्रजातांत्रिक प्रक्रिया के कारण जनता ने कुर्सी में बैठाया था वही जनता एक दिन उनके अभिमान को तोड़ेगी भी। 2018 के विधानसभा चुनाव में यही हुआ है। राज्य की जनता भाजपा को उसके इस कृत्य के लिए कभी माफ नहीं करेगी इस काम के लिए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पूर्व लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत दोषी है। रमन सिंह एवं राजेश मूणत में जरा भी नैतिकता बची हो तो दोषी अधिकारी का बचाव करने के बजाय छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगे।