रायगढ़ पुलिस ने किया कमाल….किडनैपर्स से चंद घंटों में बच्चे को छुड़ाया
रायगढ़। जिले के धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के रैरूमा चौकी अंतर्गत गुरुवार को ढोंढा गांव से अपहृत बच्चे को रायगढ़ पुलिस ने चंद घंटों में सकुशल छुड़ाकर कमाल कर दिया है। यह पहला मौका नहीं है जब रायगढ़ पुलिस ने ऐसा किया हो, इससे पहले भी कैश वैन में लूट के मामले का 12 घंटे के अंदर पर्दाफाश किया था। रायगढ़ पुलिस कप्तान संतोष सिंह की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। अपहरण के इस मामाले का भी 12 घंटे में पर्दाफाश किया गया। 24 दिसंबर को 12 साल के बच्चे का किडनैप कर आरोपियों ने परिजनों से 5 लाख की फिरौती मांगी थी। एसपी रायगढ़ ने चौकी रैरूमा पहुंचकर एक टीम अपहृत बालक के रेस्क्यू के लिए तैयार किया। टीम को हथियार से लैस कर जंगल अंदर रवाना किया ।
मामले का खुलासा करते हुए रायगढ़ एसपी संतोष सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में एक आरोपी हाल ही में चोरी के मामले में शामिल था । आरोपियों ने 1 माह पूर्व से किडनैपिंग की फुल प्रूफ प्लानिंग की थी। रात्रि में पुलिस चौकी रैरूमा पहुंचे एडिशनल एसपी ने धरमजयगढ़ डिवीजन के थाना/चौकी प्रभारियों को अलग-अलग टास्क सौंपा। पुलिस टीम पीड़ित परिवार से पूछताछ कर रात्रि में गांव बरहामड़ा के लगभग 150 लोगों से पूछताछ किए। इधर पुलिस कंट्रोल रूम से पूरे जिले को हाई अलर्ट पर रखकर रात्रि में बच्चे और किडनैपर्स की तलाश में रखा गया था । सुबह तक पुलिस पार्टी को पुख्ता जानकारी मिल चुकी थी कि हथियारबंद किडनैपर्स बालक को जंगल भीतर रखे हुए हैं । इसी बीच भी एएसपी संतोष कुमार सिंह चौकी रैरूमा पहुंचे। एडिशनल एसपी से घटनाक्रम व प्रोग्रेस की जानकारी लेकर उन्होंने बालक के रेस्क्यू के लिए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में टीम तैयार कर अधिकारियों के साथ चौकी में मीटिंग ली। रेस्क्यू के संबंध में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए।
जंगल में पहुंची रेस्क्यूलक टीम की ओर से चारों ओर से घेराबंदी की भनक अपहरणकर्ताओं को लग चुकी थी। वे बालक के साथ अप्रिय कृत्य कर भागने की फिराक में थे। तभी पुलिस पार्टी एकाएक मौके पर पहुंची और आरोपियों को चारों ओर से गन पाइंट में लिया गया। तीनों आरोपियों की योजना धरी की धरी रह गई और तीनों पकड़े गए । रात्रि से सुबह करीब 12 घंटे के संघर्ष के बाद तीनोंआरोपी-विकास तिर्की, अरूण टोप्पो और रामेश्वर मांझी निवासी धौंरागांव बरपाली रैरूमा को पुलिस ने पकड़ा। बालक को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों से मिलाया गया। पुलिस टीम को घटनास्थल पर 3 मोबाइल, 3 चाकू, मोटरसाइकिल और बालक की साइकिल मिली है। तीनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ करने पर पुलिस की जांच सही निकली। किडनैपिंग का मास्टरमाइंड विकास तिर्की निकला। आरोपी विकास को जानकारी थी कि अपहृत बालक का पिता हाल ही में अपनी पुश्तैनी जमीन को बड़ी रकम में बेचा है। उसके पास काफी रुपए हैं। इस आधार पर लूट और किडनैपिंग दोनों की प्लानिंग बनाई गई। इसके लिए उसने अपने दो अन्य साथियों को मिलाया।
आरोपियों को जब किडनैपिंग आसान लगी तो 24 दिसंबर को शाम बालक राहुल बड़ा गेहूं लेकर गांव के हालर गया था। तो वहां से उसे किडनैप कर जंगल ले गए और रातभर बालक का हाथ पैर बांधकर रखे हुए थे । बालक को आरोपियों ने डराया धमकाया था कि शोर मचाने पर उसकी हत्या कर देंगे।आरोपियों के फूल प्रूफ प्लान को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आरोपियों ने अन्य स्थानों में घटना को अंजाम दिया होगा। इस संबंध में पुलिस टीम आरोपियों से पूछताछ कर रही है । आज दोपहर पुलिस कंट्रोल रूम में एसपी रायगढ़ की ओर से अपहृत बालक के सकुल बरामदगी पर पुलिस महानिदेशक एवं रेंज आईजी ने रायगढ़ पुलिस को बधाई दी। रेंज आईजी दीपांशु काबरा ने रेस्क्यू टीम का हिस्सा रहे अधिकारी/कर्मचारियों को नकद 30,000 रुपए ईनाम दिए जाने की जानकारी दी।