सीआई और कांस्टेबल पर केरोसिन डालकर किया हत्या का प्रयास
हैदराबाद / नगर के जवाहरनगर में कई लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने सीआई भिक्षपति, कांस्टेबल अरुण पर केरोसिन डालकर हत्या का प्रयास करने का मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक सुनियोजित प्लान के तहत ही पुलिस अधिकारियों पर यह हमला हुआ है। गौरतलब है कि मेड्चल जिले के जवाहरनगर स्थित सरकारी जमीनों पर हुए अतिक्रमणों को हटाने के दौरान वहां तनाव पैदा हुआ था।
पुलिस ने बताया कि अवैध निर्माण को हटाने गए म्युनिसिपल, राजस्व और पुलिस अधिकारियों पर कब्जादारों ने हमला किया, जिससे सीआई भिक्षपति और कांस्टेबल अरुण गंभीर रूप से जख्मी हो गए। पुलिस ने इस सिलसिले में पूनम चंद, निहाल चंद, शांति देवी, निर्मल, बालसिंह, चिनारम पटेल, गीता, गोदावरी, योगी कमल और मदन के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया है। इनके साथ स्थानीय नेता शंकर और शोभा रेड्डी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। इस घटना पर उप्पल के सीआई रंगस्वामी के नेतृत्व में मामले की जांच की जा रही है।
सीआई के हाथ और पैर 45 फीसदी जले
भू कब्जादारों के हमले में घायल सीआई और कांस्टेबल को सिकंदराबाद स्थित यशोदा अस्पताल में भर्ती किया गया है। आइसोलेशन में रखकर उनका इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक भिक्षपति राव के पैर और हाथ 45 फीसदी घायल हुए हैं। हालांकि फिलहाल उनका स्वास्थ्य ठीक है।
महिलाओं के लिए टॉयलेट्स बनवाने का आदेश
तत्कालीन कलेक्टर वासम वेंकटेश्वरुलु ने जवाहर नगर कार्पोरेशन में सर्वे नंबर 432 में 1,500 वर्ग गज जमीन महिलाओं के लिए पब्लिक टॉयलेट्स के निर्माण के लिए 6 महीने पहले आदेश जारी किया था, लेकिन उस जमीन पर नजर डालने वाले कब्जादारों ने रातों-रात वहां कमरे बनाए तो एमआरओ गौतम कुमार के नेतृत्व में उन्हें गिराया गया। तभी से म्युनिसिपल अधिकारी उक्त जमीन का अस्थाई डंपिंग यार्ड के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
कमरे तोड़ने पर आत्महत्या करने की धमकी
इसके बावजूद जवाहर नगर निवासी पूनम चंद के परिवार ने वहां फिर से दो कमरे बनाकर उस जमीन को हड़पने का प्लान बनाया। परंतु वासम वेंकटेश्वरुलु के स्थान पर कलेक्टर के रूप में पहुंचे श्वेता महोंती ने उक्त जमीन पर महिलाओं के लिए शी टॉयलेट्स के निर्माण के लिए फिर से आदेश जारी किया। इसी क्रम में पूनमचंद के परिजनों ने एक हफ्ते पहले कार्पोरेशन के अधिकारियों को वहां के कमरे तोड़ने पर आत्महत्या करने की धमकी दी, जिससे अधिकारी वापस लौट गए।
फिर गुरुवार शाम 4 बजे करीब 20 से 30 पुलिसकर्मी और राजस्व अधिकारी उक्त जमीन पर निर्मित दोनों कमरों को तोड़ने के लिए पहुंचे। वहां जेसीबी की मदद से कमरों को तोड़ने की तैयारी कर रहे थे कि पूनमचंद और शांति कुमारी ने उन कमरों में घुसकर पेट्रोल छिड़कर आत्महत्या करने की धमकी देते हुए दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। इसपर एसआई सेदुलु और अन्य कर्मचारी कमरों के पास पहुंचे तो उन्होंने पूनमचंद और शांति कुमारी ने भीतर से उनपर मिर्च छिड़क दिया। यही नहीं, कपड़े से लिपटी लाठियों पर पेट्रोल छिड़कर आग लगाई और उन्हें कमरे के बाहर खड़े पुलिसकर्मियों पर फैंका था।