बेरोजगारों को सरकारी नौकरी के नाम पर ठगने वाली महिला को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने जब्त नहीं किए लैपटॉप और कागजात,भेजे गए थे फर्जी नियुक्ति पत्र…
जांच में नपेंगे कई सरकारी कर्मचारी,पहले भी कर चुकी है फर्जीवाड़ा…
नई दिल्ली, 26 नवंबर। बेरोजगारों को सरकारी नौकरी के नाम पर ठगने वाली महिला को पुलिस ने बुधवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। सरिता विहार के पॉकेट सी स्थित आरोपित महिला के घर पुलिस पहुंची तो उसने खूब हंगामा किया, लेकिन आखिर में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित महिला और पीड़ितों के पास से सिविल डिफेंस और दिल्ली पुलिस के मोनोग्राम के साथ बने हुए 11 आइडी कार्ड भी बरामद किए गए।
पुलिस ने जब्त नहीं किए लैपटॉप और कागजात
पीड़ित सुनंदा राउत ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें सुबह सात बजे विशाखा गुलाटी के घर बुलाया था। इसके बाद घर में अंदर जाने से लेकर आरोपित की गिरफ्तारी तक ढाई घंटे का समय लगा। सुनंदा ने बताया कि जब आरोपित को गिरफ्तार किया गया था तो पुलिस टीम ने वहां मौजूद कागजात और लैपटाप जब्त नहीं किए थे। पुलिस टीम उनको लेकर दोबारा विशाखा के घर पहुंची तो वहां पर विशाखा का लैपटॉप, कागजात और अन्य सामान गायब हो गया। इस दौरान वहां पर काम करने वाला कर्मचारी भी गायब था।
नोएडा से भेजे गए थे फर्जी नियुक्ति पत्र
पीड़ितों को फर्जी नियुक्ति पत्र सरिता विहार एसडीएम पीआर कौशिक के फर्जी हस्ताक्षरों के साथ मिले थे, लेकिन पत्रों को नोएडा सेक्टर 16 के पोस्ट ऑफिस से भेजा गया था।
जांच में नपेंगे कई सरकारी कर्मचारी
पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बताया कि फर्जीवाडे में अन्य कई लोग शामिल हो सकते हैं जिस तरह से पीड़ितों से अलग-अलग कार्यालयों में काम कराया गया ऐसे में उन सरकारी कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारी भी इस मामले में संलिप्त हो सकते हैं। पूरी जांच के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि कितने लोग इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं।
पहले भी कर चुकी है फर्जीवाड़ा
विशाखा गुलाटी पर पहले भी नोएडा और दिल्ली में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। इससे पहले उसने एक कंपनी में एचआर के तौर पर कार्य करते हुए फर्जी तरीके से लोगों को कंपनी में नियुक्ति के पत्र बांट दिए थे। इसके बाद कंपनी ने समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर महिला से कोई संबंध नहीं होने की बात कही थी। इसके अलावा नोएडा में भी फर्जीवाड़े को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया था। महिला के खिलाफ उसके पिता अशोक गुलाटी ने भी कुछ समय पहले सरिता विहार थाने में जान को खतरा होने को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी।