कोरोना संक्रमितों की मानसिक परेशानी एवं तनाव को दूर करने के लिए प्रशिक्षित काउंसलर प्रतिदिन फोन के माध्यम से दे रहे परामर्श

कोरोना संक्रमितों की मानसिक परेशानी एवं तनाव को दूर करने के लिए प्रशिक्षित काउंसलर प्रतिदिन फोन के माध्यम से दे रहे परामर्श

10 अक्टूबर से प्रतिदिन हो रही काउंसिलिंग, अब तक 163 ने लिया परामर्श

स्पर्श क्लीनिक में 9340887492 पर या 104 नंबर पर कॉल कर ले सकते हैं परामर्श

कोरोनावायरस महामारी के डर और आशंकाओं को लेकर आज हर व्यक्ति मानसिक परेशानी से जूझ रहा है। कोरोना संक्रमितों की मानसिक परेशानी एवं तनाव को दूर करने के लिए कोरबा के स्पर्श क्लीनिक में प्रशिक्षित काउंसलर प्रतिदिन फोन के माध्यम से परामर्श दे रहे है। कोविड-19 मरीजों को होने वाली मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिये काउंसिलर्स टेलीफोन के माध्यम से उनके तनाव को दूर करने के प्रयास में जुटे हैं।

जिला चिकित्सालय स्पर्श क्लीनिक के काउंसलर्स लोगों को टेलिफोनिक काउंसिलिंग के लिये मोबाइल नंबर 9340887492 पर सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक फोन कॉल कर समाधान के लिए सम्पर्क करने की अपील कर रहे हैं। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 10 अक्टूबर 2020 से 28 अक्टूबर 2020 तक कुल 163 कोविड-19 संक्रमितों की काउंसिलिंग की गई। काउंसलर्स मानसिक परेशानी संबंधी समस्या होने पर राज्य शासन के हेल्पलाइन नंबर 104 पर भी कॉल करके अपनी समस्याओं का समाधान निकालने की जानकारी भी दे रहे हैं। बताते चलें कि राज्य शासन के 104 नंबर पर कोई भी व्यक्ति जिसे मानसिक परेशानी हो रही हो, वह संपर्क कर सकते हैं।

नशामुक्ति एवं मानसिक बीमारियों का समधान – जिला चिकित्सालय कोरबा में स्पर्श क्लीनिक स्थापित है। स्पर्श क्लीनिक में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी वाले मरीजों की स्क्रीनिंग की जाती है। जिला नोडल अधिकारी डॉ. रविकांत सिंह राठौर ने बताया किसी भी प्रकार की मानसिक समस्या, तनाव, अवसाद व शक की बीमारी आदि का ईलाज एवं नशा मुक्ति के लिये परामर्श की सुविधा स्पर्श क्लीनिक में उपलब्ध है। स्पर्श क्लीनिक में क्लीनिकल साइकोलाॅजिस्ट संजय तिवारी एवं साइकेट्रिक सोशल वर्कर ताराचंद श्रीवास द्वारा दवाओं एवं साइको थैरेपी के माध्यम से निःशुल्क उपचार किया जाता है।

प्रतिदिन 10 लोगों की काउंसिलिंग का लक्ष्य- डॉ. रविकांत सिंह राठौर ने बताया पहले जिन लोगों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परामर्श की जरूरत होती थी उनकी काउंसिलिंग ही की जाती थी। परंतु मानसिक स्वास्थ्य दिवस यानि 10 अक्टूबर से प्रतिदिन 10 लोगों की काउंसिलिंग करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके मुताबिक रोजाना 5 से 10 लोगों की काउंसिलिंग हो रही है। 10 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक 163 कोरोना संक्रमितों को परामर्श दिया गया।

अनचाहे डर से मिली मुक्ति, जीने का जागा हौसला- राकेश और संतोष साहू ( परिवर्तित नाम) व्यवसायी हैं। काम करते हुए वह कब कोरोना संक्रमित हो गए उन्हें पता ही नहीं चला। जब कमजोरी, भूख नहीं लगना, सर्दी और बुखार आया तब उन्होंने जिला अस्पताल ओपीडी पहुंचे तो उनकी जांच कर उन्हें कोरोना संक्रमित बताया गया। अचानक जानकारी मिलने से वह काफी तनाव में आ गए और स्वस्थ्य हो सकेंगे की नहीं, यह सोच तनाव में आ गए। परंतु काउंसलर्स ने उनके मन की सारी परेशानियों को दूर किया और उन्हें कोविड-19 का इलाज जारी रखने की सलाह दी। उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है और वह पूर्व की तरह कार्य करने लगे हैं।

कोविड सेंटर में भी दे रहे सेवाएं – साइकेट्रिक सोशल वर्कर ताराचंद श्रीवास ने बताया स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित स्पर्श क्लीनिक में स्वास्थ्य विभाग के काउंसलर द्वारा कोविड केयर सेंटर, आइसोलेशन सेंटर और होम आइसोलेशन के मरीजों से फोन कॉल के माध्यम से परामर्श दिया जा रहा है। इसमें मरीजों की मनःस्थिति जानने के लिए उनका पहले आंकलन किया जाता है, फिर आवश्यकतानुसार उनकी समस्याओं का निदान काउंसिलिंग कर किया जाता है। इस दौरान काउंसलर मानसिक परेशानियां एवं तनाव को दूर करने के उपाय बताते हैं । कुछ केस में दवाईयां भी दी जाती है। विभाग द्वारा प्रशिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिलवाया गया है जिससे वे कोविड 19 के मरीजों की मदद कर सकें।

The News India 24

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *