प्रमुख सचिव वन श्री पिंगुआ ने अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक
- दूरस्थ अंचल के किसानों को लघु और कुटीर उद्योग से जोड़ने के निर्देश
रायपुर/ वन तथा वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ ने आज जिला मुख्यालय जशपुर के विश्राम गृह में वन विभाग, उद्यान कृषि, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, मछली पालन आदि विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।
प्रमुख सचिव श्री पिंगआ ने अधिकारियों को दूरस्थ वनांचल के लोगों को सामुदायिक वन अधिकार पत्र, व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र, सामुदायिक वनसंसाधान अधिकार पत्र से अधिक से अधिक लोगों को लाभांवित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि जशपुर जिले में खेती की अपार संभावनाएं है और यहां के किसान चाय, कॉफी, काजू, मिर्च, लीची, स्ट्राबेरी, नाशपत्ती की खेती से जुड़े हैं किसानों को अदरक, हल्दी, एवं अन्य खेती के लिए भी प्रोत्साहित करें ताकि कम लागत से वे अपनी अच्छी आमदनी अर्जित कर सके। उन्होंने किसानों को लाभांवित करने के लिए वन विभाग और उद्यान विभाग के माध्यम से नर्सरी फलदार पौधे लगाकर शासन की योजना के तहत् वितरण करने के निर्देश दिए है ताकि फल के उत्पादन से भी किसान अपनी अच्छी आमदनी अर्जित कर सके।
उन्होंने कहा कि किसानों, स्व-सहायता समूह को लाभांवित करने के लिए छोटे-छोटे कुटीर उद्योग, लघु उद्योग को भी बढ़ावा दे ताकि दूरस्थ अंचल के किसान उद्योग से जुड़ सके और अपनी आमदनी बढ़ा सके। उन्होंने नरूवा, गरूवा, घुरूवा बाड़ी योजना के तहत् जल संरक्षण एवं संर्वधन के लिए नाले के लिए डीपीआर तैयार करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में किसानों को लाभांवित करने के लिए सन्ना क्षेत्र में खनिज न्यास निधि मद से जिला प्रशासन द्वारा मिर्च की ख्ेाती को अधिक बढ़ावा देने किसानों के लिए 55 लाख की लागत से प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित किया गया है। खनिज न्यास निधि मद से भी विकासखंड बगीचा में मॉडल के तौर पर कुल 71 हैक्टेयर पर पॉलीबैग गन्ना का उत्पादन किया जा रहा है। साथ ही गौठानों में तेजी से वर्मी कम्पोस्ट टांका का भी निर्माण किया जा रहा है।