छत्तीसगढ़ संजीवनी 108 / 102 कर्मचारियों द्वारा लंबे समय से GVK कंपनी के शोषण का विरोध किया जा रहा है ।
रायपुर/22 जुुुलाई 2019। 108 और 102 के कर्मचारियों ने प्रेस वार्ता लेकर मीडिया को बताया कि GVK कंपनी 108 /102 एम्बुलेंस सेवा में कार्यरत से श्रम निययम के विपरीत 12 -12 घँटे का कार्य कराया जाता है । जिसका किसी भी प्रकार का ओवर टाइम (अतिरिक्त ) भत्ता नही दिया जाता । इनका कहना है कि विरोध करने पर दूरस्थ जिले में स्थानांतरण अथवा नौकरी से ही बाहर कर दिया जाता है ऐसे में कर्मचारी गण दबाव में कर कार्य करने पर मजबूर हो जाते हैं उक्त समस्याओं को लेकर विगत वर्ष माह जुलाई 2018 में कर्मचारी संघ द्वारा आंदोलन किया गया था जिसमें वर्तमान मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा स्वयं मंचस्थ होकर ठेका प्रथा एवं प्लेसमेंट पर रोक लगाने सहित निराकरण करने का आश्वासन दिया था । इतना ही नहीं मुख्यमंत्री जी एवं कांग्रेस पार्टी के अन्य उम्मीदवारों द्वारा संघ के समस्त आंदोलन का समर्थन किया था परंतु आज सरकार बनने के उपरांत समस्त आश्वासन एवं वादों को भुला दिया गया है । आंदोलन स्थगन पश्चात कार्य पर वापसी हेतु जीवीके कंपनी द्वारा समस्त कर्मचारियों के से एक शपथ घोषणा पत्र भराया गया । कर्मचारियों द्वारा उक्त शपथ पत्र भरने के बाद कंपनी द्वारा कुछ कर्मचारियों को कार्य पर वापसी तो की गई , लेकिन 1 वर्ष व्यतीत होने के पश्चात अभी तक 550 कर्मचारियों को कार्य पर वापस नहीं लिया गया है ।
इस संबंध में शासन-प्रशासन को अनेकों बार शिकायत की जा चुकी है परंतु अभी तक किसी प्रकार का समाधान नहीं किया गया है जिससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है और यदि दिनांक 22 जुलाई 2019 तक उक्त संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जाने की स्थिति में कर्मचारियों द्वारा दिनांक 23 जुलाई 2019 को वादाखिलाफी रैली निकाली जाएगी यह रैली बूढ़ा तालाब धरना स्थल से मुख्यमंत्री निवास तक शासन के विरोध में निकाला जाएगा और मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम ज्ञापन दिया जाएगा ।