15 साल रमन सिंह सरकार में हुई छत्तीसगढ़ के खनिज संसाधनों की लूट की अपनी नैतिक जिम्मेदारी से संघ कैसे बच सकता है? : शैलेश त्रिवेदी

15 साल रमन सिंह सरकार में हुई छत्तीसगढ़ के खनिज संसाधनों की लूट की अपनी नैतिक जिम्मेदारी से संघ कैसे बच सकता है? : शैलेश त्रिवेदी
मोहन भागवत के दौरे पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
  • नान घोटाला, पनामा, विदेशी खातों, कमीशनखोरी के लिये संघ भी भाजपा जितना ही उत्तरदायी है
रायपुर/16 अगस्त 2020। मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि संघ और भाजपा के संबंधों को लेकर अब तो सब कुछ आईने की तरह साफ हो गया है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा संघ का ही आनुषंगिक संगठन ही है। रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, सरोज पांडे वही करते हैं जिसके लिये संघ उन्हें कहता है। फिर 15 साल रमनसिंह सरकार में हुई छत्तीसगढ़ के खनिज संसाधनों की लूट की अपनी नैतिक जिम्मेदारी से संघ कैसे बच सकता है ?? राजनीतिक शुचिता में भ्रष्टाचार नहीं आता क्या ? भाजपा की रमन सिंह सरकार में 15 साल तक हुये नान, पनामा, विदेशी खातों, कमीशनखोरी के लिये संघ भी भाजपा जितना ही उत्तरदायी है। नान घोटाला में नागपुर पैसा जाता था। अब मोहन भागवत अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकते।
भाजपा की दिनोदिन बिगड़ती स्थिति से चिंतित संघ प्रमुख मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि भाजपा और संघ का यह रिश्ता क्या कहलाता है ? संघ प्रमुख मोहन भागवत का दौरा और भाजपा में चल रहा बयानबाजी का दौर अपने आप बहुत कुछ स्पष्ट कर देता है ! संघ कितना भी कह ले कि वो गैर राजनीतिक संगठन हैं सबको सच्चाई पता है। अगर संघ गैर राजनैतिक संगठन होता तो संघ प्रमुख के दौरे को लेकर भाजपा के अधिकृत प्रवक्ताओं को क्यो उत्कंठित होकर बार-बार बयानबाजी करना पड़ रहा है ? दरअसल संघ छत्तीसगढ़ में भाजपा की दुर्दशा के कारण चिंतित है। इसीलिये संघ प्रमुख को छत्तीसगढ़ आना पड़ा है। संघ इसीलिए सक्रिय हुआ है। 
कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि अब मोहन भागवत जी ही बता दे कि संघ तो खुद को गैर राजनीतिक संगठन कहता हैं । लेकिन अब स्वयं संघ प्रमुख भाजपा की मदद के लिए क्यों छत्तीसगढ़ आये है ? ये रिश्ता क्या कहलाता है?
शुरू से कांग्रेस कह रही थी कि संघ प्रमुख मोहन भागवत यहाँ भाजपा की गिरती हुई हालत पर विचार करने के लिए यहां पर आ रहे है और यही बात सच निकली और भाजपा प्रवक्ताओं के आज के बयानों से इसकी पुष्टि भी हो गयी है। दरअसल संघ कितना भी कह लें कि वो गैर राजनीतिक संगठन है। संघ का राजनीति से चोली दामन का साथ है। अब भाजपा ने पराक्रम और परिश्रम की जगह परिक्रमा को महत्व दिया जाता है।
कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा प्रवक्ताओं ने  आज भाजपा और संघ के संबंधों की कलई खोल कर रख दी है। भाजपा ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ की हितो की उपेक्षा की, लोकहित की उपेक्षा की और सिर्फ आरएसएस के हितों को बढ़ावा देने का काम छत्तीसगढ़ में किया। इसी का परिणाम है कि भाजपा 15 सीटों तक सिमट कर रह गई। भाजपा ने चुनाव हारने के बाद जिस प्रकार हार का ठीकरा भाजपा कार्यकर्ताओं के सिर पर फोड़ा और जिस तरीके से भाजपा ने किसानों के हित के खिलाफ केन्द्र की भाजपा सरकार से आदेश पारित कराये और छत्तीसगढ़ की जनभावनाओं के खिलाफ जाकर मोदी सरकार का समर्थन किया, उससे पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा के खिलाफ गहरी नाराजगी का वातावरण है। इसीलिए भाजपा  लगातार हाशिये में जा रही है। संघ प्रमुख की बैठक से छत्तीसगढ़ में भाजपा का कुछ नही होने वाला है। 

The News India 24

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