शहीद कौशल यादव की पुण्यतिथि के अवसर पर 25 जुलाई को यादव समाज द्वारा शहीद दिवस मनाया जायेगा

शहीद कौशल यादव की पुण्यतिथि के अवसर पर 25 जुलाई को  यादव समाज द्वारा शहीद दिवस मनाया जायेगा

छत्तीसगढ़ यादव समाज के सुधीर यादव , अजय यादव, सूरज यादव ,बोधन यादव, अतुल यादव ,रामजी यादव ,संजय , जहेन्द्र यादव ,  जनक राम यादव,  तीरथ यादव, महेश यादव ,राम मनोहर यादव , सुरेश यादव, रमेश यादव, जगदीश यादव श्रीमती गंगा यादव ,श्रीमती शोभा यादव ,श्रीमती कौशल्या यादव, श्रीमती अहिल्या यादव, श्रीमती अनीता यादव , श्रीमती ममता यादव ,श्रीमती सविता यादव ,श्रीमती जय यादव, श्रीमती देवकी यादव, श्रीमती रामेश्वर यादव, श्रीमती ज्योति यादव , श्रीमती चंद्रिका यादव, श्रीमती वंदना यादव, मिंटू यादव, श्याम यादव, रोहित यादव दुर्गेश यादव संजय यादव , दयाराम यादव, राकेश यादव , अशोक यादव ,अज्जू यादव , दीपक यादव , लक्ष्मीकांत यादव, विशेश्वर यादव एवं अन्य साथी करने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर बताया कि दिनांक 25 जुलाई 2020स्थान – काली माई मंदिर के पास, शहीद कौशल यादव चौक , सिविल लाइन, आकाशवाणी चौक के पास, रायपुर समय – 10 बजे  में आप सादर आमंत्रित हैं ।

शहीद कौशल यादव जी का जीवन परिचय

हमारे देश के रक्षा में कारगिल युद्ध में शहीद हुए हमारे जांबाज  शहीद कौशल यादव की पुण्यतिथि के अवसर पर शहीद दिवस 25 जुलाई को मनाए जाने निर्णय लिया गया है जिस पर सभी समाज के गणमान्य नागरिक एवं देशभक्त नागरिक से आग्रह है कि इस शुभ अवसर पर वह अवश्य पधारें ।

कारगिल युद्ध में 30 दुश्मनों से अकेले भिड़ गए थे शहीद कौशल यादव

इस्पात नगरी के वीर सपूत शहीद कौशल यादव ऑपरेशन विजय में  25 जुलाई 1999 को भारत-पाक सीमा पर वीरगति  को प्राप्त हुए थे।

भिलाई. इस्पात नगरी के वीर सपूत शहीद कौशल यादव ऑपरेशन विजय में  25 जुलाई 1999 को भारत-पाक सीमा पर वीरगति  को प्राप्त हुए थे। टीम के सभी सिपाही द्रास सब सेक्टर टाइगर हिल से 4 किलोमीटर आगे सीमा रेखा के पास थे। कौशल ने वहां रो फिक्स किया था।

यह रोड 200 मीटर की दूरी पर था। इसी बीच उन्हें जानकारी हो चुकी थी कि यहां लगभग 160 की संख्या में दुश्मन मौजूद हैं और वे सिर्फ 25 जांबाज सिपाही हंै। 25 जुलाई 1999 को सुबह 8 बजे दोनों तरफ  फायरिंग शुरू हो चुकी थी। तभी करीब 10 बजे कौशल और दुश्मनों के बीच आमने-सामने की स्थिति बन गई।

और उखडऩे लगी थी सांसे
दुश्मन 30 से ज्यादा थे, जहां कौशल उनसे भिड़ गए। इसी बीच दुश्मन की एक गोली उनके कंधे पर लगी। कौशल की सांसें उखडऩे लगीं और धनवंता देवी का  लाला (मां प्यार से लाला कहकर पुकारती थी) देश के लिए शहीद हो गया।  कारगिल युद्ध ऑपरेशन विजय में शहीद नायक कौशल यादव को 18 वें स्मरण दिवस पर हुडको स्थित शहीद स्मारक में श्रद्धांजलि दी गई।

भूतपूर्व सैनिकों ने भी सलामी दी
वीर सपूत की शहादत को नमन करने इस्पात नगरी से बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने देशभक्ति गीत गाए। एनसीसी कैडेट्स और भूतपूर्व सैनिकों ने भी सलामी दी। शहीद कौशल यादव को श्रद्धांजलि देेने उनकी मां धनवंता देवी, पत्नी निशा यादव,  बेटा प्रतीक यादव, बड़े भैया रामबचन यादव, भाभी मधु यादव, भतीजा अभिषेक यादव ।

श्री कौशल यादव जी शुरू से ही अपने  समाज के प्रति पूरी निष्ठा एवं लगन के साथ समाज सेवा करते थे ।

छत्तीसगढ़ यादव समाज ने कहा कि हमें शहीद कौशल यादव पर गर्व है तथा देश के ऊपर जब जब संकट आया तब तब यादव समाज के जांबाज सिपाही आगे आकर देश की रक्षा कर भगवान श्री कृष्ण की तरह जनता की रक्षा किए ।

The News India 24

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