एक ऑस्ट्रेलियाई सर्फर कार्मेन ग्रीनट्री को श्रीनगर के हाउसबोट में बंद करके दो महीने तक रखा
वेबडेस्क। साल 2004 में एक ऑस्ट्रेलियाई सर्फर कार्मेन ग्रीनट्री को जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के हाउसबोट में बंद करके दो महीने तक रखा गया था। इस दौरान उनके साथ हाउसबोट के मालिक ने कई बार रेप किया। उन्होंने इस बात का खुलासा अपनी किताब ए डेंजरस पर्सूट ऑफ हैप्पीनेस में किया है। अब कार्मेन की ये खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
डेली मेल में छपी खबर के मुताबिक 37 वर्षीय कार्मेन ग्रीनट्रीन ने बताया कि जब वो दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी तो कुछ धोखेबाजों नें उन्हें बताया कि वे सरकारी टूर ऑपरेटर हैं। इसके बाद उन्हें श्रीनगर ले जाया गया. वहां दो महीनों तक उन्हें हाउसबोट पर बंदी बनाकर रखा गया।
इन दो महीनों तक हाउसबोट का मालिक रफीक अहमद डुंडू ने कार्मेन के साथ कई बार रेप किया. रफीक ने कार्मेन का पासपोर्ट और अन्य जरूरी चीजें भी अपने कब्जे में रख ली थीं। रफीक अपनी पत्नी, बच्चों, भाई और माता-पिता के साथ उसी हाउसबोट पर रहता था लेकिन कार्मेन की मदद करने उसके घर का कोई सदस्य नहीं आया। जब कार्मेन को पुलिस ने बचाया तब रफीक और उसका भाई शबीर दोनों जेल चले गए। दोनों 6 महीने तक जेल में रहे फिर छूट गए। उन्हें कभी कोई सजा नहीं मिली। कार्मेन भी वापस कभी भारत नहीं आईं।
कार्मेन ने बताया कि 2003 के विश्व सर्फिंग चैंपियनशिप में हारने के बाद वो आध्यात्म और शांति की तलाश में विश्व यात्रा पर निकल पड़ीं। सबसे पहले उनके दिमाग में आया कि धर्मशाला आकर दलाई लामा से मिलेंगी।
दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही रफीक अहमद ने कहा कि विदेशी महिलाओं का बाहर ऐसे घूमना ठीक नहीं है। इसलिए वह उसके साथ चलें। रफीक ने कहा कि आप मेरे यहां हाउसबोट पर एक रात गुजार लो. वो डल लेक पर है। उसका नाम वाईएच सनबीम है। इसके बाद सुबह धर्मशाला के लिए बस से रवाना कर देंगे।
कार्मेन बताती हैं, जब मैंने रफीक से कहा कि तुम्हें जो चाहिए ले लो पर मुझे छोड़ दो। तब उसने मेरे साथ पहली बार रेप किया। उसके बाद वह कभी नहीं रुका। वो अगले दो महीनों तक हर रात कार्मेन के साथ रेप करता रहा। इस दौरान रफीक ने कार्मेन से उनका पासपोर्ट और पैसे भी ले लिए थे। डेली मेल में प्रकाशित खबर के मुताबिक इतने से ही रफीक का मन नहीं भरा, उसने कार्मेन को जबरदस्ती अपने घर फोनकर और पैसे मंगाने को कहा. उसने कार्मेन के अकाउंट से सारे पैसे निकाल लिए थे. रफीक जबरदस्ती कश्मीरी परिधान पहनाता था. पांच बार नमाज और कुरान पढ़ने के लिए भी मजबूर करता था.
फिर एक दिन कार्मेन के एक दोस्त को ऐसा लगा कि वह भारत में मुश्किल में है. उसने दिल्ली में स्थित ऑस्ट्रेलियाई हाई कमीशन से शिकायत की. हाई कमीशन ने कार्मेन को खोजने के लिए भारत सरकार से कहा. इसके बाद पुलिस कार्मेन को खोजती हुई श्रीनगर पहुंची. कार्मेन को छुड़ाया. रफीक और उसके भाई शबीर को गिरफ्तार कर लिया।