एक लाख 56 हजार जरूरतमंदों को आज निःशुल्क बंटा भोजन व खाद्यान्न सामग्री….75 हजार 396 मास्क और सेनेटाईजर बांटे गए
रायपुर, 26 अप्रैल 2020/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप राज्य के सभी जिलों में गरीबों, अन्य स्थानों के श्रमिकों एवं निराश्रित लोगों को निःशुल्क भोजन व खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराए जाने का सिलसिला जारी है। कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन के चलते जरूरतमंदों की मदद के लिए राज्य भर में जगह-जगह लगाए गए राहत शिविरों में 26 अप्रैल को एक लाख 56 हजार 115 जरूरतमंदों, श्रमिकों एवं निराश्रितों को निःशुल्क भोजन व खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराया गया। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मास्क, सेनेटाइजर एवं दैनिक जरूरत का सामान भी जिला प्रशासन, रेडक्रॉस तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की सहयोग से जरूरतमंदों को लगातार मुहैया कराया जा रहा है। जिलों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 26 अप्रैल को स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से 75 हजार 396 मास्क एवं सेनेटाईजर, साबुन आदि का वितरण जरूरतमंदों को किया गया हैं।
यह उल्लेखनीय है कि जिलों में प्रशासन द्वारा समाजसेवी संस्थाओं एवं दानदाताओं के सहयोग से संचालित राहत शिविरों के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य में अब तक 47 लाख 15 हजार 284 लोगों को निःशुल्क भोजन एवं खाद्यन्न पैकेट उपलब्ध कराया गया है। स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए 39 लाख 71 हजार 82 मास्क सेनेटाईजर एवं अन्य सामग्री का निःशुल्क वितरण जन सामान्य को किया गया है।
प्रदेश में 26 अप्रैल को शासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से आज दंतेवाड़ा जिले में सर्वाधिक 50 हजार 338 लोगों को निःशुल्क भोजन एवं राशन प्रदाय किए जाने के साथ ही उन्हें कोरोना संक्रामक बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए मास्क एवं अन्य सामाग्री का वितरण किया गया है। इसी तरह सुकमा जिले में 1726, राजनांदगांव में 5719, रायगढ़ 8303, बस्तर में 11,469, कांकेर में 2179, बीजापुर में 590, जशपुर में 3774, कोरिया में 626, सूरजपुर में 921, बालोद में 171, कबीरधाम में 2047, बलौदाबाजार में 3606, धमतरी में 1726, महासमुंद में 955, बलरामपुर में 10750, कोरबा में 9699, दुर्ग में 15337, सरगुजा में 3220, जांजगीर-चांपा में 26829, बिलासपुर में 5243, कोण्डागांव में 644, रायपुर में 37404, बेमेतरा में 80, गरियाबंद में 1517, मुंगेली में 24808 तथा गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1777 जरूरतमंदों राशन एवं अन्य सहायता उपलब्ध करायी गई हैं।