केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी कि लॉकडाउन का फैसला सही समय पर लिया आज देश में कोरोना के करीब 23 हजार मामले की जगह आंकड़ा आज 73 हजार होती
नई दिल्ली। आज की तारीख में भारत में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 23 हजार 77 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन का फैसला सही समय पर लिया गया, जिसके कारण देश में कोरोना के करीब 23 हजार मामले हैं, नहीं तो यह आंकड़ा आज की स्थिति में 73 हजार पर पहुंच जाता।
लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोविड-19 से 718 मौतें हुई हैं। वर्तमान में 17 हजार 610 लोग इससे संक्रमित हैं। उन्होंने कहा कि देश में पिछले 28 दिनों से जिन जिलों से कोई नया मामला सामने नहीं आया है उनकी संख्या भी बढ़कर 15 हो गई है, जबकि देश में 80 जिले ऐसे हैं जिन्होंने पिछले 14 दिनों में कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया है। वहीं, पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1684 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 32 लोगों को इस वायरस की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है। पिछले 24 घंटों में कोरोना से संक्रमित 491 लोगों के स्वस्थ होने के साथ ऐसे लोगों की संख्या 4749 (1 माइग्रेटेड) पर पहुंच गई है। नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी. के. पॉल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जो तस्वीर सामने उभरकर आई है उसके अनुसार लॉकडाउन की वजह से कोरोना वायरस के दोगुने होने की दर में कमी आई है और जिंदगियां बची हैं। वहीं नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ.सुजीत सिंह ने कहा, “आज हमारा डबलिंग टाइम 9 दिन तक पहुंच गया है। इससे साबित होता है कि कोरोना जिस तेज गति से फैल रहा था उस पर हम किस हद तक अपने प्रयासों से रोक लगा पाए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 24 अप्रैल को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है। महाराष्ट्र में अब तक 283 मौतें हुई हैं, जबकि मध्यप्रदेश में 83 लोगों को इस वायरस ने लील लिया है। गुजरात में इस संक्रमण के चलते 112 और उत्तर प्रदेश व दिल्ली में क्रमशः 24 और 50 लोगों की जानें गई है। कोरोना के सबसे अधिक मामले 6430 महाराष्ट्र से आए हैं। इसके बाद 2624 मामलों के साथ गुजरात दूसरे, जबकि 2376 मामलों के साथ दिल्ली तीसरे नंबर पर है।