विधायक विकास उपाध्याय ने व्यापारिक संगठनों के पक्ष में मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
रायपुर। विधायक विकास उपाध्याय ने व्यापारिक संगठनों की ओर से लॉक डाउन में आनलाइन खरीदी बिक्री में ढील दिए जाने के विरोध का समर्थन किया है। विकास उपाध्याय ने इस संबंध में व्यापारिक संगठनों की लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करने की बात भी कही है। सहयोग की पहली कड़ी में विधायक विकास उपाध्याय ने व्यापारिक संगठनों के पक्ष में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आनलाइन खरीदी बिक्री को प्रदेश में हतोत्साहित करने की जरुरत बताई है।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में विधायक विकास उपाध्याय ने स्थानीय छोटे फुटकर व्यापारियों के व्यवसाय को बढ़ावा दिए जाने से संबंधित कदम उठाए जाने की वकालत की है। साथ ही लॉक डाउन के दौरान शुरू की जा रही आनलाइन खरीदी बिक्री सेवा को स्थानीय छोटे व्यापारियों के लिए घातक करार दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में विस्तार से आनलाइन खरीदी बिक्री के नुकसान की जानकारी देते हुए इसे आर्थिक मंदी के दौर में स्थानीय व्यापारियों के व्यापार को खत्म करने वाला बताया है।
विकास उपाध्याय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में लॉक डाउन के दौरान देश प्रेम से ओतप्रोत व्यापारी बंधुओं ने जिस निष्ठा और अनुशासन का परिचय दिया है वह अपने आप में अभूतपूर्व है। व्यापारिक संगठनों के इसी सहयोग के कारण छत्तीसगढ़ में लॉक डाउन पूरी तरीके से सफल रहा, जिसका नतीजा यह रहा कि छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस अपने पैर नहीं फैला पाया। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ लॉक डाउन को सफल बनाते हुए करोना को हराने में व्यापारिक संगठनों की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन आने वाले समय में आर्थिक समस्याओं से प्रदेश की जनता और व्यापारियों का सामना होना है। ऐसे में सरकार को उन कदमों को उठाने से बचना चाहिए, जिससे व्यापारी वर्ग की आर्थिक समस्याएं और बढ़े। विकास उपाध्याय ने सरकार से आनलाइन खरीदी बिक्री और डिलीवरी की छूट की अनुमति को प्रदेश के लाखों खुदरा व्यापारियों के साथ अन्याय कहा है। उन्होंने जनता को इस ओर प्रेरित करने पर जोर दिया है, जिससे जनता स्थानीय व्यापारियों से ही लॉक डाउन और लॉक डाउन के बाद खरीदी बिक्री करे,जिससे आर्थिक मंदी को रोकने के साथ-साथ व्यापारियों को नई संजीवनी मिल सकेगी।