कोरोना महामारी के बीच पुलिस की मुहिम और लोगो को जागरूक करने के लिए किस तरह से कार्य कर रहे है….पढ़िये खबर
कवर्धा। कोरोना महामारी के बीच पुलिस की मुहिम और लोगो को जागरूक करने के लिए किस तरह से कार्य किए जा रहे है। इसकी जानकारी आप इस खबर पर पड़ सकते है। हम बात कर रहे है पंडरिया थाना प्रभारी अनिल शर्मा की जो लॉक डाउन के दौरान लोगो को समझाने के लिए डंडा नही बल्कि तीन मिशन तैयार कर कोरोना जैसी महामारी के बीच में लोगों की मदद करने के लिए सामने आए हैं।
मिशन 1. “दो रोटी बेजुबानों के लिए”
पहला मुहिम बेजुबान जानवरों के लिए है, जिसके तहत “दो रोटी बेजुबानो के लिए” नाम दिया गया है। लॉक डाउन के बाद सबसे पहले परेशानी बेजुबान जानवरो को ही होता है। इसके लिए गांधी चौक में एक बॉक्स रख दिया जाता है। जिसमें कुछ लोग लाकर अपनी स्वेच्छा से सामग्री डाल देते हैं जिसको पेट्रोलिंग गाड़ी रास्ते में जाते वक्त जो भी जानवर मिलते हैं। उनको खिलाते हुए निकल जाते हैं। थाना के नंबर से आस- पास बेजुबान जानवरों को खिलाने के लिए 2 कार्टून तैयार किया जाता है।पहला जो थाना में ही बनाते है। दूसरा आम लोगों से बची कुची रोटी व चावल दाल लिया जाता है।
मिशन 02. “फ़ाइट करेगा पंडरिया”
इस मुहिम के अंतर्गत पंडरिया क्षेत्र के लोग थाना प्रभारी के व्हाट्सएप नंबर पर अपनी तस्वीर व दिन के रूटीन का तस्वीर डालते हैं। ऐसे जागरूक लोगों को प्रमाण पत्र देकर थाना प्रभारी अनिल शर्मा उत्साहित कर रहे हैं। ताकि अपने घर मे ही देश की जिम्मेदारी पूर्ण कर सके। इसके साथ ही
इसके साथ ही लाल और पीली कार्ड गाड़ी में चिपकाया जा रहा है… इसका अर्थ यह है जो व्यक्ति सुबह 6:00 से 11:00 बजे तक अनावश्यक सामग्री लेने के लिए व पुलिस को परेशान करने के लिए निकलते हैं। पहली दफा ऐसे गाड़ी पर पीला रंग की कार्ड चिपका दिया जाता है। उसके बाद वह गाड़ी दोबारा दिखाई देने पर उस पर लाल रंग का स्टीकर चिपका दिया जाता है। जिसके बाद बेवजह घूमने वालो पर तात्कालिक कार्यवाही भी किया जाता है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस किस कद्र जाकर लोगों को लॉकडाउन का नियम समझा रहे हैं ताकि लोग सुरक्षित रह सके।
मिशन 03.”सुपर फाइटर पंडरिया”
यह मिशन ऐसे लोगों के लिए है। जिसमें लॉक डाउन का पालन करने के लिए आसपास के लोगों को भी जागरूक कर रहे हैं। साथ ही लॉक डाउन में अहम भूमिका निभा रहे हैं। जैसे सैलून के दुकान में कोई बाल कटाने के लिए भी जाता है तो इस लॉक डाउन के दौरान वह सलून दुकान वाला बकायदा मना कर देता है। ताकि इस महामारी से बचा जा सके ऐसे लोगों को थाना प्रभारी द्वारा प्रमाण पत्र दिया जा रहा है।
थाना प्रभारी अनिल शर्मा आज लगभग सप्ताह भर पहले अपने माता पिता व पत्नी बच्चों से मुलाकात किए थे …लेकिन अब इस महामारी के जंग में ऐसी स्थिति बन गई है कि पत्नी नन्हे-मुन्ने बच्चों को देखने के लिए तरस आ गए हैं। थाना प्रभारी तो थाना प्रभारी लेकिन वहां अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाले स्टाफ भी अपनी इस जंग में सहभागिता निभाने में कोई कसर नही छोड़ रहे है। ऐसे जवानों को newsbindass.com की टीम सलाम करता है। और सरकार से भी गुजारिश करता है कि इस महामारी में भाग लिए उन पुलिस के जवानों को सम्मान दे।