लॉक डाउन के 21 दिन पूरे होने के बाद क्या लॉक डाउन खोला जाएगा ? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मुख्यमंत्रियों से बात की और लॉक डाउन हटाने या बढ़ाने के बारे में अपना मत देने कहा
रायपुर। लोगों के सामने अभी सबसे बड़ा सवाल यही है कि लॉक डाउन के 21 दिन पूरे होने के बाद क्या लॉक डाउन खोला जाएगा ? इन्हीं सवालों के साथ सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मुख्यमंत्रियों से बात की और लॉक डाउन हटाने या बढ़ाने के बारे में अपना मत देने कहा। इन सबमें सबसे आगे तेलांगना के मुख्यमंत्री थे जिन्होंने लॉक डाउन को 3 जून तक बढ़ाने की बात कह दी।
हालांकि पंजाब, राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना मरीजों की संख्या दिन ब दिन बढ़ रही है ऐसे में वहां 14 अप्रैल को लॉक डाउन हटाना नामुमकिन है। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव ने कह भी दिया है कि यदि लॉक डाउन हटाना भी पड़े तो इसे चरणबद्ध ढंग से हटाया जाएगा। पंजाब सरकार ने इसे आगे बढ़ा भी दिया है। उम्मीद है कि सरकार संक्रमण वाले क्षेत्र में तो फिलहाल लॉक डाउन नहीं हटाएगी। बाकी क्षेत्रों में सिलसिलेवार तरीके से संभवतः हटा दे।
लॉक डाउन का असर आर्थिक क्षेत्र पर भी पड़ा है। उत्पादन कम होने से इसका दूरगामी परिणाम भी सामने आ सकता है। सारे कल कारखाने बंद होने से जहां प्रदूषण का स्तर नीचे गया है वहीं आर्थिक मोर्चे पर भी सरकार की स्थिति खराब हुई है। अचानक आये इस आपदा से निपटने सरकार ने 1 लाख 70 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा की है लेकिन अभी तक इस पैकेज के डिस्ट्रीब्यूशन की शुरुआत नहीं हो सकी है। जाहिर है, आपदा बड़ी है और मुश्किल भारी।
देश भर में छत्तीसगढ़, केरल, झारखंड और पूर्वोत्तर राज्यों की स्थित अभी तक मजबूत है। केरल को छोड़कर बाकी जगह कोरोना संक्रमण के बहुत कम मामले सामने आए हैं। केरल में मामले ज्यादा हैं लेकिन केरल सरकार ने दावा किया है कि उसने कोरोना संक्रमण पर लगभग काबू पा लिया है। अब वहां इक्का दुक्का मरीज ही सामने आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार के सामने कोरोना संक्रमण के आंकड़ों को स्थिर रखने की चुनौती है। सरकार ने टेस्टिंग की प्रक्रिया तेज कर दी है और सेम्पल संख्या बढ़ा दिया है। अब यहां बाहरी राज्यों से आये संक्रमित लोगों से स्थानीय लोगों को बचाना है। हालांकि सरकार ने दूसरे राज्य से आये लोगों की टेस्टिंग शुरू कर दी है लेकिन यदि लॉक डाउन खुला तो बाहर से आये लोग आएंगे तो उससे होने वाले संभावित संक्रमण को रोकना चुनौती होगी। इन लोगों के लिए क्या व्यवस्था होगी यह भी बड़ा सवाल है। हालांकि इन चुनौतियों के लिए सरकारी स्तर पर बैठकें और मंत्रणा जारी है।