बच्चों के लिए आनलाइन अध्ययन जैसे विकल्पों की तैयारी….राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण को ध्यान में रखते हुए डाईट कक्षा 3,5,8,10 प्रश्नों के पैटर्न पर अभ्यास पुस्तिका तैयार करेगा

बच्चों के लिए आनलाइन अध्ययन जैसे विकल्पों की तैयारी….राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण को ध्यान में रखते हुए डाईट कक्षा 3,5,8,10 प्रश्नों के पैटर्न पर अभ्यास पुस्तिका तैयार करेगा


स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्यों को निर्देश

रायपुर, 5 अप्रैल 2020/ कोरोना संक्रमण की वजह से हुए लाॅकडाउन को ध्यान में रखते हुए राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद स्कूली बच्चों के लिए आॅनलाइन पाठो के अध्ययन जैसे विकल्पों की तैयारी कर रहा है। इस संबंध में सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्यों को आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हंै।
प्राचार्यों से कहा गया है कि डाइट के अकादमिक सदस्यों को बहुत से कार्य घर बैठकर करने होंगे। इसके लिए तत्काल डाइट के सभी अकादमिक सदस्यों को टेलीग्राम गु्रप में जोड़ते हुए उन्हें अकादमिक कार्यों हेतु सक्रिय रखें। इसके लिए डाइट अकादमिक स्टाॅफ छत्तीसगढ़ के नाम से ग्रुप बनाया गया है। डाइट में अकादमिक सदस्यों की विषय की पृष्ठभूमि को ध्यान में रखकर प्रत्येक डाईट को कक्षा एक से बारहवीं तक विभिन्न विषयों में सामग्री तैयार करने हेु जिम्मेदारियां देनी होगी। यह कार्य शासकीय शिक्षा महाविद्यालय रायपुर और उन्नत शिक्षण संस्थान बिलासपुर मिलकर डाइट अकादमिक स्टाॅफ छत्तीसगढ़ नामक गु्रप के माध्यम से सूचित करेंगे। इस गु्रप में दोनों महाविद्यालयों एवं परिषद के समस्त अकादमिक सदस्य भी शामिल होंगे और डाइट के अकादमिक सदस्यों का नियमित क्षमता विकास करेंगे।
आगामी सत्र में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण को ध्यान में रखते हुए दोनों महाविद्यालय अपने अधीनस्थ सभी डाइट को कक्षा तीन, पांच, आठ एवं दस के लिए पूर्व के एनएएस के पेपर के प्रश्नों एवं उसी पैटर्न में और प्रश्न शामिल कर अभ्यास पुस्तिकाएं तैयार करें। यह कार्य डाइट के अकादमिक सदस्य घर पर रहते हुए सम्पन्न करें और पूरा होने पर टंकित कर साझा करें। इस कार्य को 15 अपै्रल तक सम्पन्न कर दोनों महाविद्यालयों को अंतिम रूप से देने हेतु भेजा जाए। दोनों महाविद्यालय को कक्षा तीन, पांच, आठ एवं दस के लिए पूर्व के एनएएस पैटर्न में अपनी देखरेख में इन अभ्यास पुस्तिकाओं को यूनीकोड में टंकित कराते हुए ईमेल से एससीईआरटी और समग्र शिक्षा को उपलब्ध करवाएं। प्रश्नों को हल करने के लिए कुछ वीडियोज डाईट के अकादमिक सदस्य घर में रहकर तैयार करें, जिसे शालाओं को गु्रप के माध्यम से वितरित किया जाएगा।
प्रारंभिक स्तर पर शिक्षकों के टेलीग्राम में जिलेवार ग्रुप बने हैं, जिसमें बहुत से शिक्षक जुड़े हैं। इन समूहों को तत्काल सक्रिय करते हुए शेष शिक्षकों को शामिल कर ग्रुप में शिक्षकों की क्षमता विकास पर चर्चा एवं गतिविधियों का आयोजन सुनिश्चित किया जाए। सभी ग्रुप में डाइट के अकादमिक सदस्य भी शामिल होकर अकादमिक चर्चाओं को प्रोत्साहित करें।
हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्तर के विषय व्याख्याता सोशल ग्रुप में सक्रिय नहीं है और न ही उनकी कोई विषयवार प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी है। जिला स्तर में कार्यरत सभी विषय शिक्षकों, व्याख्याताओं और प्राचायों को भी जिलेवार टेलीग्राम में ग्रुप बनाकर जोड़ेते हुए नेटवर्क का इस्तेमाल करें और जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ मिलकर इस कार्य को शीघ्र सम्पन्न करायें।  जैसे- (ग्रुप का नाम डिस्ट्रिक नेम एचएस ग्रुप, फाॅर एक्साम्पल कांकेर एचएस ग्रुप/ दुर्ग एचएस ग्रुप)।
इस ग्रुप में विभिन्न स्तरों प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, हायर सेकेण्डरी स्तर पर प्रत्येक विषय के लिए 10-10 सक्रिय विषय विशेषज्ञों की पहचान की जाएगी और उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी कि अपने विषय के लिए पाठवार वीडियो, सहायक सामग्री एवं असाइमेंट घर पर ही मोबाइल से वीडियो बनाकर तैयार करने में रूचि लेते हो। विषय से संबंधित विभिन्न कठिन अवधारणाओं को समझाने के लिए रोचक प्रविधियों की जानकारी एवं कुशल शिक्षण कौशल हो। बच्चों को आॅनलाइन शिक्षण के साथ असाइमेंट देकर उनकी जांच के लिए तैयार होना। अपने नियमित अध्यापन के अलावा इन कार्यों के लिए अलग से उन्हें परिषद की ओर से मानदेय प्रस्तावित किया जाएगा। प्राथमिक से लेकर हायर सेकेण्डरी स्तर तक इन कार्यों में दक्ष कुशल शिक्षकों, व्याख्याताओं की सूची-नाम, पता, विषय, मोबाइल नम्बर आदि तैयार रखें। यह जानकारी एक-दो दिन में निर्धारित प्रपत्र में भरकर देनी होगी।
राज्य स्तर से हायर सेकेण्डरी स्तर पर विभिन्न विषयों में प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी का गठन कर अलग-अलग ग्रुप बनाकर विभिन्न विषयों के लिए आॅनलाइन सामग्री बनाकर क्षमता विकास के लिए प्रयास किया जाएगा। इसके लिए सभी ग्रुप को अकादमिक चर्चाओं में सहभागिता के लिए सक्रिय रहना होगा। जिले में कुशल शिक्षकों के सहयोग से बनाए जा रहे विभिन्न वीडियोज को अपलोड करवाते हुए उनका डाइट के अकादमिक सदस्यों के माध्यम से नियमित परीक्षण कर पब्लिक के व्यू एवं उपयोग के लिए एप्रूवल हेतु टीम तैयार रखें।

The News India 24

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