लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं एवं सब्जियों के दाम जानने सड़क पर उतरे सीएम
खाद्यान्न आपूर्ति के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का लिया जायजा
रायपुर, 30 मार्च 2020/ छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज लाकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं, खाद्यान्न एवं सब्जियों की उचित मूल्य की उपलब्धता का जायजा लेने स्वयं राजधानी रायपुर की सड़कों पर निकले।
मुख्यमंत्री ने रावणभाटा स्थित अन्तर्राज्यीय बस स्टैंड के पास सब्जी विक्रेताओं एवं खरीददारों से बातचीत कर सब्जी के दाम एवं विक्रय की जानकारी ली। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बूढा तालाब के पास इंडोर स्टेडियम में जरूरतमंद, बेसहारा और असहाय लोगांे के लिए खाद्यान्न आपूर्ति के लिए कंट्रोल रूम और आपात कालीन फूड सप्लाई सेल का जायजा लिया। यह फूड सप्लाई सेल, जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्वयं सेवी संस्थाओं और संगठनों की मदद से 24 घंटे कार्य कर रहा है और बना हुआ भोजन जरूरतमंद लोगो को वितरित कर रहा है। इस व्यवस्था में करीब 140 स्वयं सेवी संगठन और करीब 5 हजार वालेंटियर्स लगे हुए है। उन्होने इस कार्य की व्यापक सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नया अंतर्राज्यीय बस स्टैंड परिसर में स्थापित किए गए सब्जी बाजार में सब्जी विक्रेताओं से बातचीत की । उन्होने खरीददारो से विक्रेताओं से सब्जियों के रेट जाने। सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि साइंस कॉलेज मैदान में थोक मार्केट लगा है वहां से सब्जियां लाकर बेचते हैं । मंडी में आलू प्याज करीब 30 रूपये किलो है और सब्जियों के दाम भी कम हो गए हैं।उल्लेखनीय है कि रायपुर के टिकरापारा, संतोषी नगर , नंदी चैक और भांटा गांव के अव्यवस्थित तथा भीड-भाड वाले बाजारो को बंद कर ने नया अंतर्राज्यीय बस स्टैंड परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन कर बाजार लगाया जा रहा हैं।
इंडोर स्टेडियम के कंट्रोल रूम में अधिकारियों- कर्मचारियों ने बातचीत में बताया कि जैसे ही कोई सूचना मिलती है वैसे ही भोजन आदि की व्यवस्थाएं की जा रही है । दानदाताओं से मिल रही राशन सामग्री के किट भी तैयार किए जा रहे हैं जिन्हें जरूरतमंद लोगों और श्रमिकों को वितरित किया जाएगा। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा मास्क तैयार किए जा रहे है । इन्हें भी वितरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कल से राशन दुकानों से 2 माह के चावल का वितरण प्रारंभ कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के जो लोग या श्रमिक बाहर गए हैं , उनसे अपील की है कि वे जहां है ,वही रहे उनके लिए सभी व्यवस्थाएं स्थानीय जिला प्रशासन के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी ।उन्होने प्रदेशवासियों से भी अपील की कि वे लाॅकडाउन का पालन करे और अपने घरो मेे ही रहे। उन्हें सभी आवश्यक सामाग्रियां उपलब्धा होते रहेेगी।
भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने कलेक्टर डाॅ. एस. भारतीदासन और एसपी मो. आरिफ शेख, नगर निगम रायपुर के कमिश्नर श्री सौरभ कुमार ,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गौरव सिंह से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली । अधिकारियो ने बताया कि भिखारियों, बेसहारा, जरूरतमंद, दिहाड़ी मजदूरों, मंदबुद्धियों और रोजी-रोटी के लिए बाहर नहीं जा पा रहे व्यक्तियों के लिए ’स्पेशल फूड सेल’ की स्थापना की गई है। भोजन पहुंचाने बड़ा नेटवर्क तैयार कर शहर के हर छोर तक अपनी पहुंच बनाई गई है। सबसे बड़ी बात है की इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थाएं, सेवाभावी संगठन और नागरिक भी सामने आकर मदद कर रहे है। नगर निगम के सभी 8 जोन मेे नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं, जो ऐसे परिवारों को चिन्हित कर रही हैं जिन्हें राशन कार्ड ना होने या खाद्यान्न लेने में असुविधा हो रही है या ऐसे परिवारों जिनके पास राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है अथवा किसी वजह से राशन प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे परिवारों की सहायता के लिए वर्तमान में 15,000 अनाज के पैकेट तैयार कराएं जा रहे हैं, जिससे उनकी जरुरतें पूरी हो सकें।
मुख्यमंत्री ने रावणभाटा स्थित अन्तर्राज्यीय बस स्टैंड के पास सब्जी विक्रेताओं एवं खरीददारों से बातचीत कर सब्जी के दाम एवं विक्रय की जानकारी ली। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बूढा तालाब के पास इंडोर स्टेडियम में जरूरतमंद, बेसहारा और असहाय लोगांे के लिए खाद्यान्न आपूर्ति के लिए कंट्रोल रूम और आपात कालीन फूड सप्लाई सेल का जायजा लिया। यह फूड सप्लाई सेल, जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्वयं सेवी संस्थाओं और संगठनों की मदद से 24 घंटे कार्य कर रहा है और बना हुआ भोजन जरूरतमंद लोगो को वितरित कर रहा है। इस व्यवस्था में करीब 140 स्वयं सेवी संगठन और करीब 5 हजार वालेंटियर्स लगे हुए है। उन्होने इस कार्य की व्यापक सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नया अंतर्राज्यीय बस स्टैंड परिसर में स्थापित किए गए सब्जी बाजार में सब्जी विक्रेताओं से बातचीत की । उन्होने खरीददारो से विक्रेताओं से सब्जियों के रेट जाने। सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि साइंस कॉलेज मैदान में थोक मार्केट लगा है वहां से सब्जियां लाकर बेचते हैं । मंडी में आलू प्याज करीब 30 रूपये किलो है और सब्जियों के दाम भी कम हो गए हैं।उल्लेखनीय है कि रायपुर के टिकरापारा, संतोषी नगर , नंदी चैक और भांटा गांव के अव्यवस्थित तथा भीड-भाड वाले बाजारो को बंद कर ने नया अंतर्राज्यीय बस स्टैंड परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन कर बाजार लगाया जा रहा हैं।
इंडोर स्टेडियम के कंट्रोल रूम में अधिकारियों- कर्मचारियों ने बातचीत में बताया कि जैसे ही कोई सूचना मिलती है वैसे ही भोजन आदि की व्यवस्थाएं की जा रही है । दानदाताओं से मिल रही राशन सामग्री के किट भी तैयार किए जा रहे हैं जिन्हें जरूरतमंद लोगों और श्रमिकों को वितरित किया जाएगा। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा मास्क तैयार किए जा रहे है । इन्हें भी वितरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कल से राशन दुकानों से 2 माह के चावल का वितरण प्रारंभ कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के जो लोग या श्रमिक बाहर गए हैं , उनसे अपील की है कि वे जहां है ,वही रहे उनके लिए सभी व्यवस्थाएं स्थानीय जिला प्रशासन के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी ।उन्होने प्रदेशवासियों से भी अपील की कि वे लाॅकडाउन का पालन करे और अपने घरो मेे ही रहे। उन्हें सभी आवश्यक सामाग्रियां उपलब्धा होते रहेेगी।
भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने कलेक्टर डाॅ. एस. भारतीदासन और एसपी मो. आरिफ शेख, नगर निगम रायपुर के कमिश्नर श्री सौरभ कुमार ,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गौरव सिंह से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली । अधिकारियो ने बताया कि भिखारियों, बेसहारा, जरूरतमंद, दिहाड़ी मजदूरों, मंदबुद्धियों और रोजी-रोटी के लिए बाहर नहीं जा पा रहे व्यक्तियों के लिए ’स्पेशल फूड सेल’ की स्थापना की गई है। भोजन पहुंचाने बड़ा नेटवर्क तैयार कर शहर के हर छोर तक अपनी पहुंच बनाई गई है। सबसे बड़ी बात है की इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थाएं, सेवाभावी संगठन और नागरिक भी सामने आकर मदद कर रहे है। नगर निगम के सभी 8 जोन मेे नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं, जो ऐसे परिवारों को चिन्हित कर रही हैं जिन्हें राशन कार्ड ना होने या खाद्यान्न लेने में असुविधा हो रही है या ऐसे परिवारों जिनके पास राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है अथवा किसी वजह से राशन प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे परिवारों की सहायता के लिए वर्तमान में 15,000 अनाज के पैकेट तैयार कराएं जा रहे हैं, जिससे उनकी जरुरतें पूरी हो सकें।