रायपुर- भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष सिद्धनाथ पैकरा ने धमतरी में अतिक्रमण हटाते समय गरीब आदिवासी महिला बिटामिन ध्रुव की हुई संदिग्ध मौत को प्रदेश सरकार और प्रशासन की आदिवासी-विरोधी कार्य-संस्कृति बताया है। श्री पैकरा ने कहा कि इस मामले में प्रदेश सरकार का आदिवासियों के नाम पर चल रहा राजनीतिक ढोंग जगजाहिर हो गया है।
भाजपा श्री पैकरा ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारियों ने आदिवासी महिला के घर का अतिक्रमण हटाते हुए न केवल नैतिकता की सारी हदें लांघीं, अपितु अमानवीयता की पराकाष्ठा करते हुए छुट्टी का दिन होने के बावजूद घर पर बुलडोजर चलाकर अपनी विकृत और संवेदनहीन मानसिकता का परिचय दिया है। बिटामिन ध्रुव को घर से निकालकर उसके साथ धक्का-मुक्की व दुव्र्यवहार किया गया। जिससे आहत होकर बिटामिन ध्रुव ने जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया और उसकी मौत हो गई। पीएम रिपोर्ट का इंतजार है और जैसा बताया जा रहा कि यह आत्महत्या का मामला है यह बहुत ही निंदनीय और दुर्भाग्यजनक है। राज्य सरकार बिना हिलाहवाला किए सक्त कदम उठाए और दोषियों पर कार्रवाई करें। यह प्रकरण आदिवासी हितों की रक्षा के कांग्रेसी दावों के खोखलेपन का प्रमाण है।
इस घटना ने साबित कर दिया है कि प्रदेश सरकार का न तो अपने प्रशासन पर कोई नियंत्रण रह गया है और न ही इस सरकार के रहते प्रदेश में भयमुक्त व सुरक्षित जीवन की अब कोई गुंजाइश रह गई है।
श्री पैकरा ने इस मामले में तत्काल प्रभाव से कारगर कार्रवाई की मांग करते हुए इस प्रकरण की सूक्ष्म जांच करने व दोषी अधिकारियों को दंडित करने की जरूरत बताई है। उन्होंने चेतावनी दी कि शीघ्र कार्रवाई नहीं होने पर व्यापक आंदोलन होगा।