पोषण पखवाड़ा: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गांव-गांव, घर-घर जाकर पोषण का दे रही संदेश विविध कार्यक्रमों के जरिए लोगों को किया जा रहा जागरूक
रायपुर, 11 मार्च 2020/ नारायणपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में बीती 8 तारीख से बच्चों में कुपोषण की कमी लाने के लिए पोषण पखवाड़े की शुरूआत हो गई है। इस कार्यक्रम के तहत आगंनबाड़ी कार्यकताओं द्वारा ग्राम खोड़गांव, बखरूपारा, केरलापाल आदि ग्रामों में घर-घर जाकर महिला और पुरूषों से मिली और उन्हें बच्चांे को सुपोषित आहार देने की समझाईश दी। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के वजन लेने और बच्चों को साफ-सफाई के साथ रहने सहित हाथ धोकर भोजन-आहार लेने को कहा। इस दौरान टीकाकरण दिवस भी मनाया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और मितानिनों के द्वारा उपस्थित बच्चों का वजन लिया गया। जागरूकता के लिए दीवारों पर नारे भी लिखें गए। पोषण पखवाड़ा महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से किया जा रहा है, यह कार्यक्रम 8 मार्च से 22 मार्च तक चलेगा। इस कार्यक्रम के तहत महिलाओं के साथ-साथ पुरूषों को भी विशेष रूप से सुपोषण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। महिला बाल विकास विभाग ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए है।
कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री रविकांत ध्रुर्वे को निर्देशित किया कि पोषण पखवाड़ा अन्तर्गत स्वास्थ्य, पोषण के प्रति हितग्राहियों को जागरूक करें और महिलाओं के साथ ही पुरूषों के भी जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि पोषण पखवाड़ें के चार मुख्य सूत्रों पहला शिशु का प्रथम एक हजार दिवस, दूसरा एनीमिया, तीसरा हाथ धुालाई व स्वच्छता और चैथा पौष्टिक आहार है, यह ध्यान रखा जाये।
कलेक्टर ने कहा कि पोषण पखवाड़े के दौरान जनजागरूकता कार्यक्रम किए जाए जिसमें पोषण मेला, प्रभात फेरी, पंचायत स्तर पर बैठक, व्यंजन प्रदर्शनी, पोषण युक्त रंग बिरंगी थाली सजाओं प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाये। इसके अतिरिक्त अन्य प्रतियोगिता भी कराई जाये जिससे लोग सुपोषण के प्रति जागरूक हो सके।
कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री रविकांत ध्रुर्वे को निर्देशित किया कि पोषण पखवाड़ा अन्तर्गत स्वास्थ्य, पोषण के प्रति हितग्राहियों को जागरूक करें और महिलाओं के साथ ही पुरूषों के भी जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि पोषण पखवाड़ें के चार मुख्य सूत्रों पहला शिशु का प्रथम एक हजार दिवस, दूसरा एनीमिया, तीसरा हाथ धुालाई व स्वच्छता और चैथा पौष्टिक आहार है, यह ध्यान रखा जाये।
कलेक्टर ने कहा कि पोषण पखवाड़े के दौरान जनजागरूकता कार्यक्रम किए जाए जिसमें पोषण मेला, प्रभात फेरी, पंचायत स्तर पर बैठक, व्यंजन प्रदर्शनी, पोषण युक्त रंग बिरंगी थाली सजाओं प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाये। इसके अतिरिक्त अन्य प्रतियोगिता भी कराई जाये जिससे लोग सुपोषण के प्रति जागरूक हो सके।