रायपुर/10 जून 2019। अडानी के खिलाफ आदिवासी आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पर सवाल दागे है, अडानी को खदान आबंटित किए जाने के मामले में सीएम भूपेश ने कहा कि रमन सिंह अपनी बात क्लीयर करें की अडानी को एमओयू देने के पक्ष में हैं कि नहीं, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के फैसले को अधिकारी ही आगे बढ़ाते हैं, जब तक वर्तमान सरकार कोई फैसला न ले।
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली गए हुए थे, दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही मंत्रिमंडल में रिक्त पड़े एक मंत्री पद के बारे में मंथन किया गया | वही मंत्रिमंडल में फेरबदल होने की संभावना भी बताई जा रही है |
रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम भूपेश ने कहा कि अडानी को जमीन आबंटित रमन सरकार ने किया है | इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन उनसे कोई छीन नहीं सकता, वे बरसो से वनो को बचाते आ रहे है |
वही 12 जून को दिल्ली में होने वाली नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगे, बताया जा रहा है कि सीएम भूपेश नीति आयोग की इस बैठक में छत्तीसगढ़ के लिए विशेष पैकेज की मांग कर सकते है | नीति आयोग के इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे, बता दें कि सीएम भूपेश पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हो पाए थे, बाद में भूपेश बघेल ने पीएमओ को खत लिखकर पीएम मोदी से मुलाकात के लिए समय मांगा था |
बता दें कि अडानी की कंपनी को एनएमडीसी के 13 नंबर लोह अस्यक खदान देने के विरोध में गुरुवार से आदिवासियों ने हल्ला बोल दिया है, गुरुवार से ही पहुंचे हजारों के तादाद में आदिवासियों ने कल शुक्रवार को एनएमडीसी के चेकपोस्ट को घेर लिया और वहां धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है |एनएमडीसी के गेट के सामने की जगह अब इनका ठौर-ठिकाना बन गई है, और यह विरोध जब तक जारी रहेगा जब तक की डिपोजिट नंबर 13 का दिया गया ठेका सरकार रद्द नहीं कर देती |