रायपुर, 26 फरवरी 2020। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के प्रमुख सचिव रहे अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पूर्व आईआरएस अफसर अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह पर वित्तीय अनियमितताएं करने के आरोप में ये एफआईआर दर्ज की गई है।
ईओडब्ल्यू के सूत्रों ने एफआईआर दर्ज किये जाने की पुष्टि की है। भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम 1988 की धारा 13 (1)बी, और 13 (2) और आईपीसी की धारा 120 (बी) के तहत ये एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर दर्ज होने के साथ ही आर्थिक अपराध शाखा ने जांच शुरु कर दी है। जल्द ही अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह से ईओडब्ल्यू के अधिकारी पूछताछ कर सकते हैं।
बता दें कि 2004 से 2010 तक अमन सिंह छत्तीसगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर आईआरएस अफसर के तौर पर नियुक्त रहे थे। लेकिन बाद में उन्होंने आईआरएस की सेवा से त्यागपत्र देकर तत्कालीन रमन सिंह सरकार में अनुबंध पर काम करना शुरु कर दिया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अमन सिंह को अपना प्रमुख सचिव बनाकर सबसे बड़ा ताकतवर अधिकारी बना दिया था। अमन सिंह की पत्नी यास्मीन सिंह 2005 से 2018 तक जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं ग्रामीण विकास में अनुबंध के आधार पर नियुक्त रही थीं।
लेकिन नवंबर 2018 में छ्त्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आने पर एक आरटीआई कार्यकर्ता उचित शर्मा ने अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह पर अनुचित तरीके से आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जांच कराने की अपील की थी। भूपेश सरकार ने ये मामला आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दिया था, जिसके बाद अमन सिंह हाईकोर्ट पहुंच गए थे। लेकिन पिछले दिनों हाईकोर्ट में हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने साफ कर दिया कि जांच पर रोक लगाने का कोई औचित्य नहीं हैं। जिसके बाद ईओडब्ल्यू ने अमन सिंह और यास्मीन सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है।