भूख हड़ताल में बैठने से पहले इलाके के भाजपा विधायक डमरूधर पुजारी के देवभोग स्थित निवास पहूुंचकर उन्हें आंदोलनकारियों ने चिमनी भेंट किया. लोगों की भीड़ जब उनके निवास पहुंची तो विधायक पुजारी उनसे मिलने निकले. लेकिन उन्हें जब चिमनी देने को कोशिश हुई तो वे गुस्से से लाल हो गए. पुजारी भीड़ को समझाने की भी कोशिश किया को वे भी बिजली समस्या को लेकर लगातार लड़ रहे है. भूपेश सरकार ने उनके सवालों का जवाब भी नहीं दिया. विधायक की दलील को कोई सूना नही और अंततः उन्हें चिमनी पकड़ा दिया ।
इस वजह से पनपा जनाक्रोश :–
भाजपा सरकार से लगातार मांग के बाद 2015 में इंदाग़ांव में 132 केवी बिजली उपकेंद्र स्थापना की मंजूरी सरकार ने दिया, लेकिन कई कारणों से कार्य आज भी नहीं शुरु हो सका. कांग्रेस सरकार के 5 माह के कार्यकाल में भी इसके लिए कोई ठोस पहल नहीं हुआ. सरकारी योजनाओं के तहत 30 हजार से भी ज्यादा कनेक्शन बढ़ने के बाद इस साल मार्च माह में ही बिजली घण्टो गूल होकर लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया. जनप्रतिनिधियों के सुस्त रवैया को देखते हुए सर्वदलीय सत्याग्रही आंदोलन तैयार हुआ और फिर आंदोलन शुरू किया गया ।