दक्षिण भारत में रोमन कैथोलिक बिशप फ्रेंको मुलक्कल पर एक और नन ने यौन शोषण का आरोप लगा कर चर्च में जारी हालात पर इशारा किया
तिरुवनंतपुरम वेब डेस्क / दक्षिण भारत में रोमन कैथोलिक बिशप फ्रेंको मुलक्कल पर एक और नन ने यौन शोषण का आरोप लगा कर चर्च में जारी हालात पर इशारा किया है। पुलिस का कहना है कि बिशप फ्रेंको के खिलाफ एक और नन ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए बयान दर्ज कराया है। पुलिस के मुताबिक, यह नन फ्रेंको मुलक्कल के खिलाफ दर्ज बलात्कार मामले में एक गवाह हैं। फ्रेंको के खिलाफ बलात्कार मामले में यह नन 14 वीं गवाह हैं, जिन्होंने फ्रेंको पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए अपने बयान में कहा है कि बिशप ने फोन पर अश्लील और भद्दी टिप्पणियां कीं थी।
बताया जाता है कि बिशप फ्रेंको से कई नन काफी डरी हुई है। क़ानूनी सरक्षंण मिलने के बाद वो उनकी असलियत उजागर कर सकती है। पीड़ित नन ने आरोप लगाया है कि बिशप दो सालों यानी 2015 से 2017 तक मुझसे बात की, चैट और वीडियो कॉल करते थे। अपने बयान में इस नन ने कहा कि लेकिन वो चुप रही, क्योंकि वो बिशप फ्रेंको से काफी डरी हुई थी। सितंबर 2018 में उन्होंने गवाह के रूप में बयान में कहा कि 2017 में जब बिशप कॉन्वेंट धार्मिक निवास में घूम रहे थे तब मैं अंदर थी। इस दौरान उन्होंने मुझे गले लगाया और किस भी किया था।
पुलिस ने कहा कि गवाह उस दौरान बिशप के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए तैयार नहीं थी। पुलिस के मुताबिक, नन ने पुलिस को अधिकार क्षेत्र में सतर्क कर दिया था। हालांकि, जब टीम उनसे मिली तो उन्होंने शिकायत दर्ज कराने के मना कर दिया। इसलिए बिशप फ्रेंको के खिलाफ अलग से मामला दर्ज नहीं किया गया था।
फ्रेंको पर बलात्कार का आरोप इसके पहले भी लग चुके है। लेकिन नन FIR दर्ज कराने को लेकर पीछे हट गई थी। मिशनरीज ऑफ जीसस के पहले नन ने कोट्टायम के कुरुविलांगडु सम्मेलन में फ्रेंको पर कई बार बलात्कार करने का आरोप लगाया था। मामले में प्राथमिकी जून 2018 में दर्ज की गई थी। विरोध के बाद फ्रेंको को 21 सितंबर 2018 को गिरफ्तार किया गया था। मामले में चार्जशीट अप्रैल 2019 में सब्मिट की गई थी। चार्जशीट में बिशप फ्रेंको पर आईपीसी की धारा 342, 376 , 377 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।