भगवान शिव को जल और दुग्धाभिषेक करने श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी है. रायपुर के हटकेश्वर नाथ मंदिर महादेव घाट में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हुए है.
रायपुर। देवों के देव भगवान भोलेनाथ के भक्तों के लिए महाशिवरात्रि का व्रत विशेष महत्व रखता है. इस वर्ष यह पर्व आज (21 फरवरी) को मनाया जा रहा है. महाशिरात्रि पर शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है. भगवान शिव को जल और दुग्धाभिषेक करने श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी है. रायपुर के हटकेश्वर नाथ मंदिर महादेव घाट में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हुए है. सुबह से ही पूजा अर्चना में लोग जुट गए है. बाबा हटकेश्वर नाथ की मूर्ति पर विशेष श्रृंगार किया गया है. विशेषकर राशि के अनुसार किसे क्या चढ़ाना चाहिए, जिससे लाभ प्राप्त हो सके.
ये है राशिवार जानकारी
मेष राशि – शमी पत्र, शमी पुष्प, आंकड़े का पुष्प, लाल पुष्प, भगवान को चढ़ा कर ओम नमः शिवाय का जाप करें.
वृष राशि – भगवान शिव को दही से अभिषेक कर जल अर्पण कर आंकड़े का पुस्प, मंत्र उच्चारण करें.
मिथुन राशि – भगवान शिव को पूजा करते हुए गन्ने के रस से अभिषेक, बेलपत्र, धतूरा, चढ़ाकर मंत्र का जाप करें. और गाय को हरा घास किन्नर को दान जरूर करें.
कर्क राशि – भगवान शिव की उपासना करते समय मीठा दूध से अभिषेक करें, अलसी का पुष्प, आंकड़े का पुष्प, चंदन, चावल, अर्पण कर मंत्र उच्चारण करें.
सिंह राशि – भगवान शिव की उपासना करने के लिए जल से रुद्राभिषेक करें, लाल चंदन अर्पण कर धतूरा चढ़ाएं, और घी का दीपक जरूर करें, साथ में मंत्र पाठ करें.
कन्या राशि – भगवान शिव की उपासना करते समय जल से रुद्राभिषेक कर कनेर का पुस्प, भंग, बेल पत्र अर्पण कर मंत्र का जप करें.
तुला राशि – भगवान शिव की उपासना करते समय गाय का घी, इत्र, माखन मिश्री का भोग लगाएं और वस्त्र दान करें.
वृश्चिक राशि – भगवान शिव की उपासना करते समय शहद मिले जल से अभिषेक करें और कच्चा दूध अर्पण कर मंत्र पाठ करें.
धनु राशि- भगवान शिव की उपासना करते समय दूध में केसर मिलाकर अर्पण करें, बेल पत्र, आंकड़े का पुष्प, पीला वस्त्र दान करें.
मकर राशि- भगवान शिव का अभिषेक करते समय तेल, जल, काला उड़द, बिल्वपत्र, अर्पण करें और मंत्र का पाठ करें.
कुंभ राशि – भगवान शिव का अभिषेक करते समय दूध और केसर का अभिषेक करें, और मंत्र का उच्चारण करें.
मीन राशि- जल में केसर मिलाकर भगवान का अभिषेक करें, चावल, चंदन, पीला वस्तु, पीली मिठाई, चढ़ाकर मंत्र का पाठ करें व दान करें.